आईपीएल की फ्रेंचाइजी टीमों को भारतीय कोचेज को देनी चाहिए तरजीह : द्रविड़
लखनऊ। मेरा काम युवा पौध को निखारकर उन्हें प्रथम श्रेणी का स्तरीय क्रिकेटर बनाना है जिसके लिए नेशनल क्रिकेट अकादमी के साथ जुड़कर मैं काम कर रहा हूं। मैं अपने काम से पूरी तरह संतुष्ट हूं। यह बात कही है जूनियर क्रिकेटरों का तराशने की जिम्मेदारी निभा रहे भारतीय टीम की दीवार राहुल द्रविड़ का। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि खिलाड़ी के आईपीएल में अच्छा खेलने पर उसकी भविष्य में टीम इंडिया से खेलने की संभावना बढ़ जाती हैं। युवाओं को निखारने में आईपीएल की भूमिका महत्वपूर्ण है लेकिन फ्रेंचाइजी टीमों को विदेशी कोचेज की जगह देसी कोचेज को तरजीह देनी चाहिए क्योंकि भारतीय कोच घरेलू क्रिकेट खेल रहे युवाओं की क्षमताओं से अच्छी तरह परिचित होते है।
भारतीय टीम की दीवार ने कहा, तेज गेंदबाज बन रहे टीम इंडिया की पहचान
राहुल द्रविड़ इन दिनों लखनऊ में चल रही भारत-अफगानिस्तान अंडर-19 सीरीज के लिए आए है ताकि वह युवाओं की प्रतिभा की परख कर सके। राहुल ने गुरूवार को को इकाना स्टेडियम के बी ग्राउंड में रूबरू होने के दौरान कहा कि हाल के समय में नये युवा तेज गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है। खासकर कमलेश नागरकोटि और शिवम मावी की ने पिछले जूनियर वल्र्ड कप में टीम इंडिया की खिताबी जीत में अहम भूमिका रही। उन्होंने ये भी कहा कि पहले भारतीय टीम बल्लेबाजों और स्पिनरों के लिए चर्चित थी लेकिन अब तेज गेंदबाजों से टीम की पहचान बन रही है। उन्होंने कहा कि पहले युवा क्रिकेटरों के लिए गावस्कर और सचिन आदर्श होते थे लेकिन अब तेज गेंदबाज उनकी जगह ले रहे हैं। अब ईशांत, मो शमी, जसप्रीत बुमराह, उमेश और भुवश्नेश्वर कुमार को लोग फालो कर रहे है।