IPL Rules Change: अब एक मैच में 8 डीआरएस होंगे, मांकड़िंग को डाला गया रन आउट की श्रेणी में

नई दिल्ली: इस बार का आईपीएल नए नियमों के साथ खेला जाएगा। अब आईपीएल में डीआरएस से लेकर कैच आउट और रन आउट के नियम भी बदल गए हैं। वहीं कोरोना के खतरे को ध्यान में रखते हुए टूर्नामेंट के शेड्यूल में भी बदलाव की गुंजाइश रखी गई है। अगर कोरोना के कारण कोई टीम पूरे 11 खिलाड़ी (जिसमें कम से कम सात भारतीय होने जरूरी हैं) मैदान में नहीं उतार पाती है तो वह मैच फिर से आयोजित कराया जाएगा। अगर बाद में भी मैच का आयोजन नहीं हो पाता है तो यह मामला तकनीकि समिति के पास जाएगा और समिति इस पर फैसला करेगी।
आईपीएल में पहले यह नियम था कि अगर कोरोना के कारण कोई मैच नहीं हो पाता है तो इसका फिर से आयोजन किया जाएगा। अगर दूसरी बार भी मैच का आयोजन नहीं हो पाता है तो जो टीम अपने 11 खिलाड़ी मैदान में नहीं उतार पाएगी उसे हारा हुआ मान लिया जाएगा। इसके साथ ही विपक्षी टीम को दो अंक दे दिए जाएंगे।
आईपीएल में पहले एक पारी में एक डीआरएस मिलता था। कुल मिलाकर मैच में दोनों टीमों के पास 4 डीआरएस होते थे। एक टीम के पास दो डीआरएस होते थे, जिनमें से एक बल्लेबाजी और एक गेंदबाजी के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब एक पारी में दो डीआरएस होंगे। इसका मतलब है कि मैच में कुल आठ डीआरएस होंगे। एक टीम के पास चार डीआरएस होंगे। दो का इस्तेमाल बल्लेबाजी और दो डीआरएस का इस्तेमाल गेंदबाजी के दौरान किया जा सकेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीसीसीआई ने तय किया है कि आईपीएल 2022 में एमसीसी के नए नियम भी लागू किए जाएंगे। अब किसी बल्लेबाज के कैच आउट होने पर नए बल्लेबाज को ही अगली गेंद खेलनी होगी। अब तक यह नियम था कि कैच पकड़े जाने से पहले अगर बल्लेबाजों ने छोर बदल लिए हैं तो नॉन स्ट्राइक पर खड़ा बल्लेबाज अगली गेंद खेलता था। हालांकि, जब कोई बल्लेबाज ओवर की आखिरी गेंद पर कैच आउट होगा तो अगले ओवर की पहली गेंद दूसरे छोर पर खड़ा बल्लेबाज ही खेलेगा।
अब आईपीएल में भी मांकड़िंग को रन आउट की श्रेणी में माना जाएगा। अगर नॉन स्ट्राइक में खड़ा कोई बल्लेबाज गेंद फेंकी जाने से पहले क्रीज छोड़ देता है और गेंदबाज गिल्लियां बिखेर देता है तो उसे रन आउट माना जाएगा।
अगर प्लेऑफ या फाइनल मैच टाई हो जाता है और सुपर ओवर नहीं हो पाता है तो अंकतालिका में ऊपर रहने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाएगा। हालांकि, अधिकतर टाई मैचों में सुपर ओवर होता है और इसी के जरिए विजेता का एलान होता है। किसी सुपर ओवर के टाई होने की संभावना बेहद कम होती है।