कभी भी इजराइल पर हमला कर सकता है ईरान! हाई अलर्ट पर सेना
नई दिल्ली : हमास के खिलाफ जंग छेड़ने वाला इजराइल अब ईरान की ओर से हमले की आशंका में हाई अलर्ट पर है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की शुक्रवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार ईरान अगले 24 से 48 घंटे के अंदर इजराइल के दक्षिणी या उत्तरी इलाकों को निशाना बना सकता है। बता दें कि ईरान ने सीरिया के दमिश्क में 2 अप्रैल को एक ईरान के दूतावास पर हुई एयर स्ट्राइक के लिए इजराइल के खिलाफ आरोप लगाए हैं। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है।
सीरिया में हुई इस एयर स्ट्राइक में ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी। जान गंवाने वालों में इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के एलीट कड्स फोर्स का एक वरिष्ठ सदस्य भी शामिल था। वर्तमान परिस्थितियां अब इसी ओर संकेत कर रही हैं कि ईरान की ओर से इजराइल पर जल्द ही हमला किया जा सकता है। हालांकि, इजराइल के रुख में इन सबसे कोई बदलाव नहीं आया है। इजराइल की सेना ने कहा है कि वह किसी भी हमले का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
एक रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सेना आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा है कि इजराइल हाई अलर्ट पर है। हम हर तरह की स्थिति के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। हम लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हम हमले और डिफेंस के लिए तैयार हैं। हमारे रणनीतिक भागीदार भी हमारे साथ तैयार खड़े हैं। बता दें कि अमेरिकी सेंट्रल कमांड के अध्यक्ष जनरल माइकल कुरिल्ला गुरुवार की सुबह इजराइल पहुंचे थे।
एक रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने अमेरिका से भी साफ-साफ कह दिया है कि अगर उसने इजराइल का साथ दिया तो ईरान का अगला निशाना अमेरिका होगा। बता दें कि पेंटागन ने ईरान और उसके सहयोगियों की ओर से अगर इजराइल की सुरक्षा पर आंच आई तो वह इजराइल के साथ खड़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी गुरुवार को कहा था कि अगर ईरान की ओर से इजराइल पर कोई भी हमला किया जाता है तो हम उसका जवाब देने में इजराइल का पूरा साथ देंगे।
बता दें कि इजराइल पिछले छह महीनों से हमास के साथ लड़ाई में उलझा हुआ है। अब ईरान के साथ भी उसका विवाद गंभीर हो गया है। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि ईरान ने ऐसे संकेत दिए हैं कि वह फिलहाल ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे तनाव बहुत ज्यादा बढ़ जाए और वह जल्दबाजी से काम नहीं करेगा। बता दें कि इजराइल ने सीरिया में हुए इस हमले की न तो जिम्मेदारी ली है और न ही इनकार किया है। हालांकि, पेंटागन ने ईरान के दावे को सही बताया है।
वहीं, प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि इजराइल का गाजा में अभियान जारी रहेगा। लेकिन इसके साथ ही ईरान के हमले की आशंका को देखते हुए अन्य इलाकों में परिस्थिति की तैयारी भी की जा रही है। हम उन सभी सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने पर काम कर रहे हैं जिनकी जो डिफेंस और अटैक दोनों के दौरान चाहिए। उधर, ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई ने कहा है कि इजराइल पर हमला हो कर रहेगा। इजराइल ने गलती की है, उसे इसकी सजा मिलनी चाहिए और मिलकर रहेगी।