IS को मात देने के लिए भारत का ‘ऑपरेशन चक्रव्यूह’!
नई दिल्ली: इस्लामिक स्टेट का आतंकी संगठन आईएसआईएस अब भारत में पैर पसार रहा है। खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, 12 राज्यों में इससे जुड़ी गतिविधियों में तेजी आई है और प्रतिदिन 133 युवा आईएस की कट्टरपंथी सोच से प्रभावित हो रहे हैं, जिससे सिमी व इंडियन मुजाहिदीन जैसे संगठनों को भी नई ताकत मिल रही है। खुफिया रिपोर्टों की इस पृष्ठभूमि में केंद्रीय गृह सचिव एलसी गोयल ने 12 राज्यों के गृह सचिवों और पुलिस प्रमुखों से चर्चा की, जिसमें ‘ऑपरेशन चक्रव्यूह’ चलाने पर केंद्र और राज्य में सहमति बनी है। गोयल ने राज्यों से कहा है कि वे आईबी के अलर्ट को हल्के में कतई न लें, क्योंकि खुफिया एजेंसियां काफी छानबीन और गृह मंत्रालय से संपर्क के बाद ही कोई अलर्ट जारी करती हैं। गृह सचिव गोयल जल्द ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ ऑपरेशन चक्रव्यूह का ब्लूप्रिंट तैयार करेंगे।
ऑपरेशन चक्रव्यूह के लिए 3 रणनीतियां बनाई गई है। पहली रणनीति के मुचाबिक, सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए साइबर पुलिस को सक्रिय किया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति कट्टरपंथी सोच से जुड़ता है या उसे शेयर करता है, तो उस तक पहुंचने की कोशिश की जाएगी। दूसरी रणनीति, सामुदायिक व्यवस्था को मजबूतकरने के लिए मदरसों-मस्जिदों के बड़े मौलानाओं और सामाजिक सरपरस्तों को पुलिस व्यवस्था से जोड़ा जाएगा। उन्हें आईएस की करतूतें बताएंगे, ताकि वो युवकों को समझाए कि वह इस रास्ते पर न जाएं। तीसरी रणनीति, सिमी और इंडियन मुजाहिदीन के भगोड़ों को पकडऩे की है। इसके लिए पुलिस कश्मीर में अलगाववादी नेताओं और अन्य कट्टरपंथियों पर नजर रखेंगी। सीमापार के फोन कॉल्स की भी निगरानी की जाएगी। खुफिया रिपोट्र्स के मुताबिक 11 भारतीय आईएस जॉइन कर चुके हैं। इनमें से पांच की मौत भी हो चुकी है।