श्रीलंका में हुए सीरियल ब्लास्ट मामले में तमिलनाडु में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तीन लोगों के घर पर छापेमारी की. सुबह 6 बजे ही कोच्चि से एनआईए के आला अफसर कोयंबटूर पहुंचे और कई ठिकानों पर छापेमारी कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, एनआईए की टीम पोथनूर में अजरुद्दीन उक्कादम, सद्दाम, अकबर और कुणियामथुर में अबूबकर सिद्दीक, अल अमीन कॉलोनी में इधियाथुल्ला के घर की तलाशी ली जा रही है.
श्रीलंका में हमले के बाद भारत और श्रीलंका ने 5 संदिग्धों के फोन नंबर शेयर किए थे. इन संदिग्धों का संबंध आतंकी संगठन आईएस से भी बताया गया था. भारत ने कुछ ऐसे लोगों के नंबर भी शेयर किए थे जो श्रीलंका के दो फिदायीनों के परिवार से संपर्क में थे. एनआईए की टीम कुछ दिन पहले आईएस के इन संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए श्रीलंका गई थी. इसी आधार पर कोयंबटूर में बुधवार को छापेमारी की गई. इस छापेमारी में आईएस से जुड़े अपराध की जानकारी जुटाई जा रही है.
एक तमिल बोलने वाले कट्टर मौलवी जेहरान हाशिम पर श्रीलंका में ईस्टर रविवार के दिन हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. ऐसा बताया जा रहा है कि वह दक्षिण भारत में इस्लामिक स्टेट से जुड़े कुछ संदिग्ध लोगों से बीते तीन साल से संपर्क में था और एक आईएस मोड्यूल बनाने में मदद कर रहा था. आरोप है कि हाशिम ने सोशल मीडिया के जरिए केरल और तमिलनाडु में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ने की इच्छा रखने वाले लोगों से संपर्क किया.
श्रीलंकाई सरकार ने हाशिम को हमले के मुख्य आरोपी के रूप में बताया है और उसपर आईएस से जुड़े इस्लामिक समूह नेशनल तौहिद जमात (एनटीजे) की अगुवाई करने का आरोप लगाया है. श्रीलंकाई खुफिया अधिकारियों और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे का मानना है कि हाशिम संभवत: हमले का मास्टरमाइंड हो सकता है. इसी से जुड़े मामलों की छानबीन में एनआईए दक्षिण के कई इलाकों में छापेमारी कर रही है. इससे पहले केरल में भी छापेमारी की गई थी. आरोप है कि वहां भी आईएस से जुड़े कुछ संदिग्ध लोग भी हो सकते हैं.