इजराइल ने राफा की सड़कों पर उतारे टैंक, राहत शिविरों पर हमलो में 66 लोगों की मौत, नाबिल ने बताया ‘नरसंहार’
इंटरनेशनल डेस्कः इजरायली सेना के हमलों से दक्षिण गाजा के राफा शहर में कोहराम मच गया है। दो दिन में इजराइली हमलों में यहां 66 लोग मारे गए हैं। मंगलवार को इजरायली सेना ने विस्थापितों के लिए बनाए गए शिविर पर हमला किया जिसमें 21 लोगों को मौत हो गई। इससे पहले इजरायल ने रविवार को राफा में हवाई हमला किया था जिसमें 45 लोगों मारे गए थे। इस हमले पर नेतन्याहू ने अफसोस जताया था और मांगी मांगी और जांच के आदेश दिए थे। हालांकि एक दिन बाद ही इजरायल ने एक बार फिर राफा में हमला कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार इजरायल ने मिस्र से मिलने वाली राफा की महत्वपूर्ण पहाड़ी पर कब्जा भी कर लिया है।
इजराइली टैंक राफा पहुंच चुके हैं। आज सुबह अरबी भाषा के टेलीग्राम चैनलों पर शहर के मध्य से टैंकों के निशान साझा किए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक
फिलीस्तीनी विस्थापितों के एक राहत शिविर पर हुए हमले में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं और शहर में गोलाबारी और धमाकों का सिलसिला जारी है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स और AFP ने फिलीस्तीनी अधिकारियों के हवाले से बताया कि इस धमाके में 21 लोग मारे गए हैं जबकि हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस हमले में 64 लोग घायल हुए हैं।
न्यूज़ एजेंसी ‘वफ़ा’ की रिपोर्ट के अनुसार,फिलीस्तीनी प्राधिकरण के प्रवक्ता नाबिल अबू रुदेइनेह ने राफा पर आज हुए हमले को ‘नरसंहार’ बताया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल की राफा में लगातार स्ट्राइक पर सऊदी अरब की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। उसने दो टूक शब्दों में कहा है कि इजरायल को जितना जल्दी हो सके फिलिस्तीन को स्वीकार कर लेना चाहिए क्योंकि दोनों का अस्तित्व आपस में जुड़ा हुआ है। सऊदी अरब ने इजरायली हमले की निंदा भी की और इसे जल्द से जल्द रोकने का आह्वान किया। उधर, राफा में लगातार हमलों के बाद से हमास बौखला गया है। उसने कहा है कि अब इजरायल से युद्धविराम वार्ता नहीं की जाएगी।