इजरायल का भी मक्का में यहूदी के घुसने पर आया जवाब, सऊदी अरब से रिश्तों पर भी बोला
नई दिल्ली : हज यात्रा के दौरान मक्का में धोखा देकर घुसे इजरायली पत्रकार का मामला दुनियाभर में छाया हुआ है। इस पर हर तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। दुनियाभर में यह बात चर्चा का विषय बन गई कि कैसे एक मुस्लिम शख्स मक्का पहुंच गया। इसी बीच इस पूरे मामले पर इजरायल की तरफ से भी बयान सामने आया है। इजरायल के एक मंत्री ने ना सिर्फ इसकी आलोचना की बल्कि उन्होंने सऊदी से इजरायल के रिश्ते पर भी अपनी बात रखी। दरअसल, इजरायल के एक लोकप्रिय चैनल की वर्ल्ड सर्विस के हेड गिल तमारी मक्का शहर में घूमते और रिपोर्टिंग करते दिख रहे हैं। गिल तमारी यहूदी धर्म से संबंध रखते हैं जबकि मक्का शहर की सीमा के अंदर किसी भी गैर मुस्लिम के प्रवेश पर रोक है। अगर कोई गैर मुस्लिम ऐसा करते पाया गया तो उस पर जुर्माना लग जाएगा। इस वजह से गिल तमारी का वीडियो सामने आने के बाद लोग उन पर भड़क गए।
इस पूरे मामले पर इजरायल सरकार में मंत्री इसावी फ्रेज ने बयान दिया है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि यह एक बेवकूफाना हरकत है। मुझे खेद है कि इसमें गर्व महसूस करने जैसा कुछ नहीं है क्योंकि यह गैरजिम्मेदाराना काम है और रेटिंग्स के लिए इस रिपोर्ट को किया गया। फ्रेज ने कहा कि इससे सिर्फ सऊदी अरब, इजरायल के रिश्तों को सामान्य करने के प्रयासों की संभावना को ही नुकसान पहुंचेगा। इतना ही नहीं फ्रेज ने यह भी कहा कि मक्का मुस्लिमों का पवित्र स्थान है। वहां जाने का क्या मतलब था। वहां से रिपोर्टिंग करनी थी तो किसी मुस्लिम पत्रकार को भेज देते। इस घटना से हुआ नुकसान बहुत अधिक होगा। फ्रेज का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मुस्लिम जगत के लोग इस इजरायली पत्रकार की जमकर आलोचना कर रहे हैं। हालांकि जब यह मामला आगे बढ़ गया तो खुद तमारी और उनके चैनल ने माफी तो मांग ली लेकिन यह रिपोर्ट नहीं हटाई गई। चैनल के बयान में कहा गया कि वर्ल्ड न्यूज एडिटर गिल तमारी की मक्का यात्रा एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसका उद्देश्य मुस्लिमों की भावनाएं आहत करना नहीं था। अगर इससे किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो हमें खेद है।