‘चमचा युग’ में बाबा साहेब के मिशन पर डटे रहना बहुत बड़ी बात: मायावती
लखनऊः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कहा कि मौजूदा ‘चमचा युग’ में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के मिशन पर डटे रहना बहुत बड़ी बात है. बसपा अपने आंदोलन के दम पर इस मुहिम को आगे बढ़ा रही है. वह बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर रही थीं.
बसपा ने किया संघर्ष
उन्होंने बाद में जारी बयान में कहा कि देश के करोड़ों दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और अन्य उपेक्षित वर्गों को लाचारी की जिंदगी से निकाल कर, उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के बसपा के संघर्ष के दृढ़ संकल्प के साथ लगातार डटे रहना ही कांशीराम को सच्ची श्रद्धांजलि है.
बसपा ने यूपी में कई सफलता की हासिल
मायावती ने कहा कि वास्तव में वर्तमान में जारी चमचा युग में बाबा साहेब डॉक्टर आंबेडकर मिशन पर अपने खून पसीने से अर्जित धन के बल पर डटे रहना कोई मामूली बात नहीं, बल्कि यह बड़ी बात है जो बहुजन समाज के आंदोलन की ही देन है और इसके बल पर ही बसपा ने खासकर उत्तर प्रदेश में कई ऐतिहासिक सफलताएं भी अर्जित की हैं. आगे भी हमें हर हाल में अपने उसूलों के साथ संघर्ष में लगातार डटे रहना है.
कांशीराम ने पूरी जिंदगी किया संघर्ष
उन्होंने कहा कि कांशीराम ने आंबेडकर के आत्म सम्मान और स्वाभिमान के मानवतावादी अभियान को जीवंत बनाने के लिए पूरी जिंदगी कड़ा संघर्ष किया और कई कुर्बानियां दीं. उन्होंने कहा कि इसके बल पर बसपा ने काफी सफलता अर्जित की और देश की राजनीति को नया आयाम दिया.
विधान सभा चुनाव में मिली महज 1 सीट
बता दें कि यूपी विधान सभा चुनाव में बीएसपी सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और केवल एक सीट जीत पाने में कामयाब हो पाई थी. 290 सीटों पर तो पार्टी के उम्मीदवार जमानत तक नहीं बचा पाए थे. हालांकि, कहा जा रहा है कि चुनाव में मिली करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमो यूपी में संगठन में बदलाव कर सकती है.