नई दिल्ली : ज्यादातर घरों में दिन में एक बार लंच या डिनर में चावल (Rice) बनते ही हैं. तो बहुत लोगों को चावल इतना ज्यादा पसंद होता है कि वो सुबह और रात दोनों ही टाइम चावल खाना पसंद करते हैं. वैसे तो आज के दौर की लाइफ स्टाइल में ज्यादातर लोगों के यहां चावल प्रेशर कुकर में भी बनते हैं. लेकिन अगर आपके घर में एक से तीन वर्ष के बीच का बच्चा है. तो आपको चावल किसी पैन में खुले तौर पर बनाने चाहिए, जिससे चावल का मांड (Rice water) निकाला जा सके. अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों, तो बता दें कि चावल का मांड (Chawal ka maand) बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
तो आइये आज हम आपको चावल के मांड (Chawal Ka Maand) के फायदों के बारे में बताते हैं. जिससे आप आज के बाद चावल कुकर में बनाने की बजाय पैन में बनाना पसंद करें. इससे पहले बता दें कि चावल का मांड विटामिन बी, सी, ई और कार्बोहइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसी वजह से ये बच्चों के लिए एक नहीं बल्कि कई तरह से फायदेमंद होता है. आइये जानते हैं चावल के मांड के फायदों के बारे में.
चावल का मांड बच्चों को पिलाने से उनकी बॉडी में एनर्जी आती है. दरअसल मांड यानी चावल के पानी में प्रोटीन, मिनरल्स, कार्बोहाइड्रेट और एमीनो एसिड जैसे तत्व मौजूद होते हैं. जिसको बच्चे को पिलाने से उसकी बॉडी में अच्छी मात्रा में पोषक तत्व पहुंचते हैं जो एनर्जी को बढ़ाने में मदद करते हैं.
चावल का मांड बच्चों को डिहाइड्रेशन होने से बचाता है. दरअसल, बच्चा जब खाना खाना शुरू करता है, तो उसके शरीर में पानी भी पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए. कई बार बच्चे पानी पीने से कतराते हैं, तो ऐसे में आप बच्चे को मांड यानी चावल का पानी पिला सकते हैं. इससे बच्चे को डिहाइड्रेशन की दिक्कत नहीं होती है.
बच्चों को पेट में दर्द और डायरिया जैसी दिक्कतें अक्सर ही हो जाया करती हैं. बच्चे के शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए आप बच्चे को चावल का मांड पिला सकते हैं. ये दस्त को रोकने में भी मदद करेगा साथ ही डायरिया की परेशानी को कम करने में भी सहायता करेगा.
मांड को तैयार करने के लिए आप किसी पैन में चावल में पानी डालकर इनको पकने के लिए रखें. फिर जब चावल पक जायें तो इसका पानी चावल से अलग करके किसी बर्तन में रख लें, चावल का मांड तैयार है. अब इसको गुनगुना रह जाने पर इसमें नमक या चीनी मिक्स करके बच्चे को पिलायें.