नई दिल्ली: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शनिवार को कहा कि अच्छा होता यदि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भूस्खलन प्रभावित वायनाड का दौरा पहले करते। तिरुवनंतपुरम से सांसद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कम से कम प्रधानमंत्री के दौरे के बाद केंद्र सरकार इसे प्राकृतिक आपदा घोषित करेगी और राहत एवं पुनर्वास के लिए उचित धनराशि उपलब्ध कराएगी।
थरूर ने मोदी की केरल के वायनाड यात्रा के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, “जहां तक मेरा सवाल है, मुझे लगता है कि देर आए दुरुस्त आए, मैं यही कह सकता हूं।” वायनाड में 30 जुलाई को हुए भूस्खलन में अब तक 226 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 130 से ज्यादा लोगों के लापता होने की आशंका है। इस आपदा ने चूरलमाला, मुंडक्कई और पुंचिरिमट्टम बस्तियों में व्यापक विनाश किया है।
थरूर ने कहा, “लेकिन ईमानदारी से कहूं तो अच्छा होता अगर वह पहले जाकर जमीनी हालात देखते जैसा कि हममें से कुछ लोगों ने किया है। मैं पिछले हफ्ते वहां गया था, यह भावनात्मक रूप से कचोटने वाला अनुभव था, यह एक गंभीर आपदा थी।” कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के दौरे का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, “हमने स्थिति के महत्व और गंभीरता को समझा।” वरिष्ठ सांसद ने माना कि पुनर्वास एक चुनौती होगी।
उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के दौरे के बाद सरकार अब इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने पर ध्यान देगी, ताकि उचित स्तर की सहायता दी जा सके।” उन्होंने केंद्र से आग्रह किया कि वह लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों को अपने निर्वाचन क्षेत्र विकास निधि का उपयोग वायनाड में पुनर्वास के लिए करने की अनुमति दे। इससे पहले, यहां रेडिएंट ग्रुप ऑफ कंपनीज के तत्वावधान में आयोजित ‘रेडिएंट वेलनेस कॉन्क्लेव’ में थरूर ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में विविध क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाली शख्सियतों को सम्मानित भी किया गया।