स्पोर्ट्स डेस्क : स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से यूरो कप के सेमीफाइनल में मात देकर इटली ने टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनायीं है. वेम्बले स्टेडियम में यूरो कप सेमीफाइनल में इटली के लिए जोरगिन्हो ने दबाव के बीच पेनल्टी पर विजयी गोल दागा. निर्धारित समय और अतिरिक्त टाइम के खेल के बाद भी दोनों टीमें 1-1 से बराबर थी. जिसके बाद नतीजे के लिए पेनल्टी शूटआउट से फैसला हुआ.
इटली को फेडेरिको चीसा ने 60वें मिनट में बढ़त मिली, लेकिन अल्वारो मोराटा ने 80वें मिनट में स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. इटली की टीम ने शूट आउट की शुरूआत मैनुएल लोकाटेली के साथ की और उनके शॉट को उनाई सिमोन ने रोका लेकिन आंद्रिया बेलोटी, बोनुची, फेडेरिको बर्नार्डेची और जोरगिन्हो गोल करने में कामयाब रहे.
तीन बार के यूरोपीय चैंपियन स्पेन ने स्विट्जरलैंड को पेनल्टी शूटआउट में मात देकर ही सेमीफाइनल में जगह बनायीं थी लेकिन इटली ने उसके सफर को रोक दिया. मोराटा को पहली बार टूर्नामेंट के दौरान स्पेन ने शुरुआती इलेवन में नहीं शामिल किया. टूर्नामेंट के दौरान उन्हें अपशब्दों और शंसकों से जान से मारने की धमकी तक मिली.
मोराटा फिर से बलि का बकरा हो सकते हैं क्योंकि इटली के गोलकीपर जियानलुइगी डोनारुमा ने उनकी पेनल्टी किक को रोक दिया, जिसके बाद जोरगिन्हो ने पेनल्टी को गोल में बदला. मोराटा से पहले डोनारुमा ने ओल्मो की पेनल्टी को भी रोक दिया था. चेल्सी के मिडफील्डर जोरगिन्हो का पेनल्टी पर शॉट खेलने का अपना तरीका है. वो धीरे से आगे आते हैं, रुकते हैं और गेंद के पास कूदकर शॉट मारते हैं.
मंगलवार को भी उन्होंने अपनी इस शैली को नहीं बदला और गोल दाग कर इटली को फाइनल में पहुंचाया. इटली की टीम पिछले 33 मैचों से अजेय है जो नेशनल रिकॉर्ड है. चौथी बार फाइनल में जगह बनाने वाली इटली का मैच इंग्लैंड और डेनमार्क के बीच खेले जाने मैच के विजेता से खेला जाएगा जहां रॉबर्टो मेनसिनी की टीम दूसरी बार खिताब जीतने की कोशिश करेगी.
इटली के लिए ये प्रदर्शन सपने से कम नहीं है क्योंकि टीम 2018 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई करने में विफल रही थी और अब उसने शानदार वापसी करते हुए यूरो कप के फाइनल में जगह बनायीं है.