Jac Result 2016: मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट जारी, हजारीबाग ने मारी बाजी
मैट्रिक व इंटर का रिजल्ट जारी हो गया है.मैट्रिक में 67.54 प्रतिशत छात्र सफल हुए, जबकि इंटर साइंस में 58.36 प्रतिशत छात्र सफल हुए. इंटर कॉमर्स में 62.94 फीसदी छात्र को सफलता मिली.
मैट्रिक में हजारीबाग ने मारी बाजी, रांची छठे स्थान पर
मैट्रिक में हजारीबाग जिला अव्वल रहा. हजारीबाग के 79.87 परीक्षार्थी सफल हुए. वहीं 75.34 प्रतिशत के साथ पलामू दूसरे स्थान पर रहा. 74.19 प्रतिशत के साथ गिरिडीह को तीसरा स्थान मिला. मैट्रिक के रिजल्ट में रांची का छठा स्थान रहा. रांची के 72.50 प्रतिशत छात्र सफल रहे.
इंटर साइंस में पलामू जिला अव्वल
इंटर साइंस में पलामू जिला ने परचम लहराया है. यहां से 83.18 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल रहे. 82.94 के साथ चतरा जिला दूसरे स्थान पर पर रहा. 77.53 प्रतिशत के साथ गोड्डा तीसरे स्थान पर आया. साइंस में रांची के 59.19 परीक्षार्थी सफल रहे.
इंटर कॉमर्स में भी हजारीबाग ने मारी बाजी
इंटर कॉमर्स में भी हजारीबाग जिला ने परचम लहराया है. 87.58 प्रतिशत परीक्षार्थी हजारीबाग में सफल रहे. 82.05 के साथ रांची जिला दूसरे स्थान पर रहा. 80.62 प्रतिशत के साथ कोडरमा को तीसरा स्थान मिला.
उर्सलाइन की मोना लिजा बनी कॉमर्स की स्टेट टॉपर
कॉमर्स में दो स्टेट टॉपर उर्सलाइन इंटर कॉलेज के हैं. स्टेट टॉपर मोना लिजा सरकार बनी है. इन्हें 442 मार्क्स मिले हैं. वहीं इसी कॉलेज की सैकेंड स्टेट टॉपर दीक्षा कुमारी मिश्रा 438 मार्क्स मिले हैं.
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आपको बता दें कि मैट्रिक और इंटर की परीक्षा 17 फरवरी से शुरू हुई थी. मैट्रिक में 47 लाख 5256 छात्र शरीक हुए थे, वहीं इंटर साइंस की परीक्षा 86 हजार 517 छात्रों ने दी थी. इंटर कॉमर्स में 49 हजार 544 छात्र शामिल थे.
इस वर्ष रिजल्ट जारी होने में पहले की कई परंपराएं टूटी हैं.हर बार दस मई को जैक मैट्रिक का रिजल्ट घोषित कर देता था. दूसरे राज्य भी इस मामले में झारखंड का उदाहरण दिया करते थे. पर इस साल रिजल्ट दस दिन देर से प्रकाशित हो रहा है. दूसरी अहम बात यह कि इस बार पहली दफा बिना शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को आमंत्रित किए जैक ने परिणाम जारी किया. राज्य गठन के बाद से जब भी जैक ने मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट जारी किया है, खास कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री दोनों के शरीक होने की परंपरा बनी. पर इस बार सादे कार्यक्रम में रिजल्ट जारी हुआ, जिसमें इन दोनों में से कोई भी मौजूद नहीं थे. दोनों परंपराओं के टूटने के पीछे जैक कर्मचारियों की हड़ताल को जिम्मेवार माना जा रहा है.