नई दिल्ली. उत्तर पश्चिमी दिल्ली (Northwest Delhi) के जहांगीरपुरी इलाके (Jahangirpuri area) में शनिवार हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने 2 नाबालिगों समेत कुल 22 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से पुलिस ने 14 को रोहिणी कोर्ट पेश किया, जहां कोर्ट ने 2 आरोपियों को पुलिस हिरासत और 12 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
उत्तर-पश्चिम की पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) उषा रंगनानी ने कहा, “जहांगीरपुरी हिंसा मामले में 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और कानून का उल्लंघन करने वाले 2 नाबालिगों को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से 3 तमंचे और 5 तलवारें बरामद की गई हैं। मामले में आगे की जांच की जा रही है।”
डीसीपी ने कहा, “16 अप्रैल को धारा 147, 148, 149, 186, 353, 332, 323, 427, 436, 307, 120बी आईपीसी और 27 आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसके बाद 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और कानून का उल्लंघन करने वाले 2 किशोरों को गिरफ्तार किया गया है।”
वहीं, जहांगीरपुरी में वर्तमान स्थिति पर विशेष पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने कहा, “दिल्ली पुलिस यहां मौजूद है और हम लोगों से भी बात कर रहे हैं, पूरे इलाके में शांति व्यवस्था कायम है। अफवाहों को रोका जा रहा है और सोशल मीडिया पर भी लगातार नजर रखी जा रही है।” उन्होंने कहा, “मामले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 2 किशोरों को भी हिरासत में लिया है। सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। दिल्ली के सभी इलाकों में पुलिस लगातार निगरानी रख रही है।”
इससे पहले आज दिल्ली पुलिस ने 14 आरोपियों को रोहिणी कोर्ट में पेश किया। जहां, कोर्ट ने अंसार और असलम नाम के 2 आरोपियों को एक दिन की पुलिस हिरासत और शेष 12 आरोपियों को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। रोहिणी अदालत में, दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी अंसार और असलम को 15 अप्रैल को शोभायात्रा के बारे में पता चला और फिर उन्होंने यह साजिश रची। दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा, “हमें सीसीटीवी फुटेज को देखना होगा और इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करनी होगी।”