जय बाजपेयी की सम्पत्तिया ईडी और इनकम टैक्स के रडार पर
काली कमाई पर जांच की आंच
लखनऊ (अमरेन्द्र प्रताप सिंह): कानपुर के जघन्य बिकरू कांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा जा चुका है। इसके बाद अब उसके करीबियों पर शिकंजा कैसा जा रहा है। कार्रवाई की इसी कड़ी में विकास का सबसे करीबी और उसके खजांची की भूमिका निभाने वाला जयकांत बाजपेयी ईडी और इनकम टैक्स विभाग के रडार पर है। काली कमाई के रूप में अवैध ढंग से अर्जित की गई जय की सम्पत्ति की जांच अब आयकर विभाग तथा प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कराई जाएगी।
उत्तर प्रदेश शासन के गृह विभाग ने इसके लिए ईडी और आयकर विभाग को बाकायदा पत्र जारी किया है। गृह विभाग के इस पत्र में जांच के बाद रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करवाने को भी कहा गया है। मौजूदा समय जेल में बंद जयकान्त बाजपेयी पर विकास दुबे की काली कमाई को खपाने तथा कारतूस सप्लाई करने का आरोप है।
गृह विभाग के प्रवक्ता ने इस बारे में सोमवार देर रात जानकारी देते हुए कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कानपुर नगर की रिपोर्ट मे थाना चौबेपुर के अभियुक्त जयकान्त वाजपेयी द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई सम्पत्ति का मामला अब तक की जांच में साफ़-साफ़ सही साबित हो रहा है। सम्पत्तियों की गहन छानबीन और इनके सम्बन्ध में अन्य जानकारियों के लिए आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय की मदद ली जा रही है।
उत्तर प्रदेश के गृह विभाग द्वारा इस के लिए मुख्य आयकर आयुक्त आयकर विभाग, लखनऊ तथा संयुक्त निदेशक, प्रवर्तन निदेशालय, लखनऊ से आरोपी जय वाजपेयी की सम्पत्ति की गहन जांच कराते हुए प्राप्त रिपोर्ट एवं तथ्यों को प्रदेश सरकार को उपलब्ध कराये जाने के लिए लिखा गया है।
काले धंधों से बनायी गयी अरबों की सम्पति
अपने साथी प्रशांत शुक्ला के साथ कानपुर की माती जेल में बंद जयकान्त वाजपेयी और विकास दुबे के बीच बैंक के जरिये करोड़ों रुपये का लेनेदेन होने के सबूत मिले हैं। जय बाजपेयी ने विकास दुबे के फंड मैनेजर की तरह काम करके अरबों रुपये की सम्पत्ति बनायी है। जय बाजपेयी की दुबई और थाईलैंड में 30 करोड़ रुपये की संपत्तियों के बारे में पता चला है। इसके अलावा कानपुर के ब्रह्मनगर में छह मकान, आर्यनगर के एक अपार्टमेंट में आठ फ्लैट और पनकी में एक ड्यूप्लैक्स कोठी है। इन अचल सम्पत्तियों की अनुमानित कीमत तकरीबन 28 करोड़ रुपये के आसपास है।