जम्मू-कश्मीरः सुरक्षाबलों ने 10 घंटे की मुठभेड़ में मार गिराए दो आतंकी
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) में सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकवादियों (nefarious designs of terrorists) के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया. रविवार को कुलगाम जिले (Kulgam District) के देवसर इलाके में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली. यहां लश्कर-ए-तैयबा संगठन के दो आतंकवादियों को एक मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया. इनमें एक पाकिस्तान का रहने वाला था।
ये मुठभेड़ कुलगाम में बुना देवसर से 1.5 किलोमीटर दूर स्थित चेयन इलाके में हुई. यहां शनिवार देर रात सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि कुछ आतंकवादियों का मूवमेंट हो रहा है. इस पर भारतीय सेना की एक टुकड़ी और लोकल पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया. यहां एक घर में आतंकवादियों के छिपे होने का संदेह हुआ. जब सुरक्षाबल ने घर की चारों तरफ से घेराबंदी की तो आतंकवादियों ने खुद को फंसा देखकर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. मुठभेड़ 8 मई की तड़के सुबह साढ़े 3 बजे शुरू हो गई थी. और दोपहर एक बजे तक चलती रही।
आतंकवादियों के हथियार और अन्य सामान बरामद
आतंकवादियों ने गोलीबारी के अलावा सुरक्षाबलों पर हथगोले भी फेंके, जिसमें सेना का एक जवान जख्मी हो गया. उसे तत्काल अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया. सुरक्षाबलों ने सबसे पहले आसपास के नागरिकों को सुरक्षित निकाला. दोनों तरफ से करीब 10 घंटे तक फायरिंग होती रही. बाद में टीम ने घर में घुसकर सर्चिंग की तो पता चला कि दो आतंकवादी मारे गए हैं. इलाके की गहन तलाशी ली गई. मुठभेड़ क्षेत्र से हथियार और अन्य सामान बरामद किया गया.
एक आतंकी पाकिस्तान का रहने वाला
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, दोनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के थे और उनकी पहचान पाकिस्तान निवासी हैदर और कुलगाम के दादरकोट निवासी शाहबाज आह शाह के रूप में हुई है. हैदर बांदीपुर में तीन पुलिस कर्मियों की हत्याओं में शामिल था. बता दें कि बांदीपुर में एसजीसीटी एमडी सुल्तान, सीटी फैयाज और एसपीओ जुबैर आह की हत्या कर दी गई थी. वहीं, दूसरा आतंकी शाहबाज आह शाह कुलगाम के काकरान निवासी सतीश कुमार सिंह की हत्या में शामिल था।
इससे पहले जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में शनिवार को एक पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मारे गए कांस्टेबल का नाम गुलाम हसन था. हमले में वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, वहां इलाज के दौरान मौत हो गई थी. घटना के वक्त हसन बाइक से कहीं जा रहे थे. उनके पास हथियार भी नहीं था. मौका पाकर हमलावरों ने गोली मार दी थी. इससे पहले कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों ने दो हाइब्रिड आतंकवादियों को अरेस्ट किया था. इनमें से एक आतंकी लश्कर-ए-तैयबा का था. पुलिस ने आतंकवादियों के कब्जे से हथियार, गोला-बारूद, पिस्तौल, दो ग्रेनेड और कारतूस बरामद किए थे. इसके अलावा, एक और हाइब्रिड आतंकवादी कुलगाम के नौगाम इलाके से पकड़ा गया था।