जन धन योजना के 10 वर्ष हुए पूरे :
नई दिल्ली ( दस्तक ब्यूरो) : भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जन धन योजना के 10 वर्ष पूरे होने पर हर्ष व्यक्त किया है। मोदी ने नमो ऐप पर वित्तीय समावेश कार्यक्रम पर एक क्विज की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया: “नमो ऐप पर जन धन योजना पर एक रोचक क्विज मौजूद है। इसमें अवश्य भाग लें#10YearsOfJanDhan” मोदी ने जन धन योजना के 10 साल पूरे होने पर लिंक्डइन पर एक लेख लिखा है, जिसमें उन्होंने बैंकिंग सिस्टम से वंचितों को जोड़ने की मुहिम पर अपने विचार रखे हैं।
केंद्र सरकार ने 28 अगस्त 2014 को इस योजना की शुरुआत की थी। भारत सरकार के सचिव और प्रधानमंत्री जन धन योजना के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अनुराग जैन ने इससे जुड़ी कुछ पुरानी यादें शेयर की। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम की शुरुआत में इसकी कल्पना व्यापक वित्तीय समावेशन कार्यक्रम के रूप में की गई थी और बाद में इसका नाम बदलकर जन धन योजना कर दिया गया था। जन धन योजना के तहत 53 करोड़ लोगों के बैंक खाते खोले गए हैं। इन खातों में 2.3 लाख करोड़ रुपये जमा हैं। खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत लाभार्थियों को 39 लाख करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। इन खातों में से 65% रूरल या सेमी-अर्बन एरिया में रहने वाले लोगों के हैं। इस तरह योजना के जरिए फाइनेंशियल इंक्लूजन के आंदोलन को बड़े शहरों से बाहर ले जाया गया।
जन धन योजना महिलाओं के लिए गेम चेंजर साबित हुई और 30 करोड़ महिलाओं को बैंकिंग सिस्टम में लाया गया। इसी तरह बैंक अकाउंट होने से तमाम योजनाओं का लाभ पहुंचने से SC, ST और OBC परिवारों पर सकारात्मक असर पड़ा है। इसका फायदा मध्यम और नव-मध्यम वर्ग के परिवारों को भी मिला है। प्रधानमंत्री के मुताबिक, ‘जन धन योजना ‘JAM’ का अहम स्तंभ है, जिसमें जन धन, आधार और मोबाइल शामिल हैं। JAM के जरिए सरकारी योजनाओं से दलालों को दूर करना है, जो दशकों से जनता के पैसे को लूटते आ रहे हैं।