चीन में जनवरी 2020 से फरवरी के आर्थिक नतीजे उम्मीद से ज्यादा खराब
बीजिंग। कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण चीन का उपभोक्ता खर्च और अन्य व्यावसायिक गतिविधियां जनवरी और फरवरी में अनुमान से भी अधिक गिरी हैं। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रही सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की चुनौतियां इससे और ज्यादा बढ़ने की आशंका है।
सरकारी आंकड़ों में सोमवार को दिखाया गया कि जनवरी के अंत में शॉपिंग मॉल और अन्य व्यवसाय बंद होने के बाद खुदरा बिक्री एक साल पहले की तुलना में 20.5 प्रतिशत गिर गई। चंद्र नववर्ष की छुट्टी के बाद कारखानों और कार्यालयों को बंद रखने के कारण कारखाने के उत्पादन में 13.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। ये आंकड़े अर्थशास्त्रियों की उम्मीद से ज्यादा खराब हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने बताया कि निजी व्यवसायों द्वारा निवेश 26.4 प्रतिशत गिरा है, जबकि वाणिज्यिक अचल संपत्ति की बिक्री 39.9 प्रतिशत घट गई।
एक रिपोर्ट में आईएनजी के अर्थशास्त्री आइरिस पैंग ने लिखा है कि ध्यान रहे, यह दुःस्वप्न का अंत नहीं है। सरकार ने कुछ नियंत्रणों में ढील देकर कई क्षेत्रों में कारखानों और कुछ अन्य व्यवसायों को फिर से खोलने की अनुमति दी है। लेकिन कंपनियों और अर्थशास्त्रियों का कहना है कि आर्थिक गतिविधियों के सामान्य स्तर पर लौटने से महीनों लगेंगे। उनका कहना है कि यह समय कुछ आगे-पीछे भी हो सकता है क्योंकि अमेरिका और यूरोपीय सरकारें यात्रा और अन्य प्रतिबंध लगा रही हैं। इससे चीनी सामानों के निर्यात की मांग को कम हो जाएगी।
कैपिटल इकोनॉमिक्स की जूलियन इवांस-प्रिचर्ड ने एक रिपोर्ट में कहा कि मौजूदा आंकड़े इस तिमाही में नतीजों के और भी खराब होने की ओर इशारा करते हैं। मार्च के आंकड़े और भी खराब होने की संभावना है। जनवरी-फरवरी की अवधि इससे बेहतर दिख सकती है क्योंकि इसमें जनवरी की शुरुआत शामिल है, जब कोरोनावायरस का प्रकोप अभी शुरू ही हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि आर्थिक सुधार की गति धीमी रहने की संभावना है। कोरोनावायरस का वैश्विक प्रसार निर्यात में वृद्धि को रोक देगा, यहां तक कि कारखानों में सामान्य कामकाज वापस लौटने में बहुत ज्यादा समय लगेगा।