कर्नाटक: कर्नाटक में जनता दल (सेक्युलर) (JDS) ने मंगलवार को हासन (Hassan) के सांसद (MP) प्रज्वल रेवन्ना को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ कई महिलाओं द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों पर उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। जद (एस) ने अपनी कोर कमेटी की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना को निलंबित करने का फैसला किया है।
प्रज्वल रेवन्ना पर उनकी पूर्व नौकरानी की शिकायत के बाद 28 अप्रैल को कथित यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था। यौन उत्पीड़न, धमकी और महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के आरोप में आईपीसी की धारा 354ए, 354डी, 506 और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं, जद (एस) कोर कमेटी के अध्यक्ष जीटी देवेगौड़ा का कहना है कि हम प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ एसआईटी का स्वागत करते हैं। हमने अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से एसआईटी जांच पूरी होने तक उन्हें पार्टी से निलंबित करने की अनुशंसा करने का निर्णय लिया है। कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी का कहना है कि उनका (प्रज्वल रेवन्ना) निलंबन जांच पूरी होने तक है।
शिकायत के अनुसार, पीड़िता ने दावा किया है कि प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता एचडी रेवन्ना दोनों ने उसका यौन उत्पीड़न किया था। शिकायतकर्ता ने आगे दावा किया कि जब रेवन्ना की पत्नी घर पर नहीं होती थी, तो वह उसे गलत तरीके से छूता था और उसका यौन उत्पीड़न करता था।
आईपीएस अधिकारी विजय कुमार सिंह की अध्यक्षता वाली एसआईटी, जिसमें डीजी सीआईडी सुमन डी पेनेकर और आईपीएस अधिकारी सीमा लाटकर शामिल थीं, ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रज्वल रेवन्ना कर्नाटक के हासन में भारतीय जनता पार्टी-जद(एस) गठबंधन के उम्मीदवार हैं, जहां 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था।
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने प्रज्वल रेवन्ना मामले में स्वत: संज्ञान लिया है और कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक से इस मुद्दे पर तीन दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने को कहा है।