JDU-RJD के बीच की खाई और गहराई, रैली में नहीं मिलेगा नीतीश का साथ
पटना : आरजेडी ने 27 अगस्त 2017 को बीजेपी के विरोध में बिहार में एक बड़ी रैली रखी है। लेकिन उन्हें प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साथ नहीं मिलेगा। दरअसल, पटना में होने वाली ‘बीजेपी हटाओ, देश बचाओ’ रैली में जदयू ने शामिल ना होने का फैसला कर लिया है। इससे बिहार में जनता दल युनाइटेड (जदयू) और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बीच की खाई और गहरी हो गई है। एक अखबार की खबर के मुताबिक, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम राजक ने कहा कि रैली आरजेडी ने रखी है और जदयू उसमें पार्टी के तौर पर शामिल नहीं होने वाली। श्याम ने आगे बताया कि अगर नीतीश कुमार को रैली में शामिल होने का कोई न्योता मिलेगा तो वह सोचेंगे कि व्यक्तिगत तौर पर उन्हें शामिल होना है या नहीं।
रैली को इनका मिलेगा समर्थन
आरजेडी की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और पूर्व पीएम एच डी देव गोड़ा शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी भी आरजेडी के साथ है। नीतीश और लालू की पार्टियों का गठबंधन इन दिनों कमजोर पड़ता नजर आ रहा है। इससे पहले नीतीश कुमार ने ऐलान किया था कि वह राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार की जगह एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करेंगे। नीतीश ने यह भी कहा था कि विपक्ष ने बिहार की बेटी (मीरा कुमार) को हारने के लिए खड़ा किया है। इतना ही नहीं जीएसटी लॉन्च के लिए हुए कार्यक्रम में नीतीश ने अपनी और से प्रतिनिधि भेजा था। वहीं कांग्रेस और आरजेडी ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया था।