रांची। लातेहार के सदर थाना क्षेत्र के बेंदी जंगल में सोमवार की शाम करीब 4 बजे पुलिस और जेजेएमपी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) के उग्रवादियों (Militants of JJMP (Jharkhand Janmukti Parishad)) के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में 3 उग्रवादी (3 militants killed in encounter) मारे गए। मारे गए उग्रवादियों में दो की पहचान हेरहंज के बंदुआ पाल्हे के शिवनाथ लोहरा और मनिका के जुंगुर के मनोज राम उर्फ मनोज तिवारी के रूप में हुई है। तीसरे की पहचान नहीं हुई है, लेकिन आशंका जताई है कि वह आजाद है जो स्थानीय स्तर पर संगठन का प्रमुख था। इनके पास से दो इंसास और एक एसएलआर भी बरामद किया गया है। इधर, मुठभेड़ के बाद डीआईडी और एसपी मौके पर पहुंचे और जवानों का हौसला बढ़ाया।
सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई मुठभेड़
जानकारी के अनुसार मुठभेड़ उस समय हुई जब नक्सलियों की टोह में सुरक्षा बलों के जवान बेंदी के जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इस दौरान जेजेएमपी के उग्रवादियों ने पुलिस को टारगेट कर हमला कर दिया। जवाबी करवाई में सुरक्षाबलों ने तीन उग्रवादियों को मार गिराया। गोलीबारी के बीच अन्य उग्रवादी भाग निकले। यह मुठभेड़ करीब आधा घंटा चली।
उग्रवादियों के पास से हथियार बरामद
मुठभेड़ के बाद जब दूसरे पक्ष से गोलीबारी बंद हो गई तब सुरक्षा बल के जवानों ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान पुलिस को मारे गए तीनों उग्रवादियों के शव और एक इंसास और दो एसएलआर हथियार मिले। मुठभेड़ की सूचना के बाद डीआईजी राजकुमार लकड़ा और एसपी अंजनी अंजन घटनास्थल पर पहुंचे और मुठभेड़ की जानकारी ली।
पप्पू लोहरा दस्ते के थे उग्रवादी
एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना के बाद एक टीम को जंगल में छापेमारी के लिए भेजा गया था। इसका नेतृत्व लातेहार एसडीपीओ कर रहे थे। जंगल में जवानों को देख उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने भी कार्रवाई की। इसमें तीनों उग्रवादी मारे गए। नक्सलियों के इस दस्ते का अगुवाई जेजेएमपी का सुप्रीमो पप्पू लोहरा कर रहा था।
बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट हुए थे शहीद
डिप्टी कमाडेंट की हत्या के बाद हुई बड़ी करवाई बीते वर्ष सितंबर में जेजेएमपी के उग्रवादियों ने लातेहार के सलैया जंगल में सर्च ऑपरेशन पर निकली टीम पर हमला किया था। इस हमले में बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गए थे। तब से जेजेएमपी उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। हर बार नई रणनीति के तहत अभियान चलाया जा रहा है। मॉनिटरिंग स्वयं लातेहार एसपी कर रहे हैं।