रांची : झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक से दूरी बना ली है। हालांकि सीएम या सरकार की ओर से इस बैठक में शामिल न होने पर अब तक आधिकारिक तौर पर न तो कोई बयान जारी किया गया है और न ही कोई वजह बताई गई है।
वैसे, सीएम सोरेन ने 23 जुलाई को ही सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर लिखा था, संघीय ढांचे का उदाहरण देखिए – आज बजट पेश हुआ और 27 तारीख को नीति आयोग की बैठक रखी गई है। तो फिर किसका साथ-किसका विकास? इसके पहले 15 जुलाई को हेमंत सोरेन ने नई दिल्ली जाकर पीएम मोदी से शिष्टाचार मुलाकात की थी। इसकी तस्वीरें पीएमओ और सीएम सोरेन के ‘एक्स’ हैंडल पर शेयर की गई थीं।
पीएम से मुलाकात के बाद रांची लौटे सोरेन से जब मीडिया ने इस बारे में पूछा था तो उन्होंने कहा था, “यह संघीय व्यवस्था का ढ़ांचा है। केंद्र की सरकार वो चला रहे हैं। राज्य की सरकार हम चला रहे हैं। हम उनका सम्मान करें और वो राज्यों का सम्मान करें।” नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शामिल न होने की घोषणा पहले से कर रखी थी, लेकिन हेमंत सोरेन ने इस संबंध में अपना स्टैंड क्लियर नहीं किया था।
चार जुलाई को कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों के सवाल के जवाब में भी हेमंत सोरेन ने इस बात का खंडन नहीं किया था कि वो नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं होंगे। ऐसे में शनिवार सुबह तक सीएम हेमंत सोरेन के बैठक में शामिल होने या न होने को लेकर संशय बना हुआ था। बैठक से दूरी बनाकर सोरेन ने यह संदेश दे दिया है कि वह इंडिया ब्लॉक के स्टैंड के साथ हैं।