राष्ट्रपति चुनाव के बाद पहली बार मिले जो बाइडन और डोनाल्ड ट्रंप, सत्ता सौंपने को लेकर हुई चर्चा
वाशिंगटन: अमेरिका में पिछले चार साल तक एक-दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंदी रहे राष्ट्रपति जो बाइडन और निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बुधवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई। 5 नवंबर को हुए अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप की रिकॉर्ड जीत के एक हफ्ते बाद दोनों नेता ओवल कार्यालय में एक-दूसरे से मिले। बता दें कि 2020 के चुनाव में बाइडन से हार और धोखाधड़ी का दावा करते हुए अपनी हार स्वीकार करने से इनकार करने के बाद यह ट्रंप की व्हाइट हाउस का पहला दौरा था। बैठक की शुरुआत में बाइडन ने ट्रंप का स्वागत किया और फिर दोनों एक साथ बैठे।
बाइडन ने ट्रंप से बातचीत में पूर्व वादे के अनुसार जनवरी में सामान्य तरीके से सत्ता के हस्तांतरण की बात करते हुए कहा कि वह सत्ता का सुचारू और शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करेंगे। जुलाई तक बाइडन एक बार फिर ट्रंप के प्रतिद्वंद्वी थे, रिपब्लिकन नेता के खिलाफ बहस के प्रदर्शन से डेमोक्रेट्स के बीच उनकी मानसिक फिटनेस और दूसरे कार्यकाल के लिए उम्र को लेकर चिंताएं पैदा हो गईं। कई डेमोक्रेटिक नेताओं ने बाइडन से पद छोड़ने के लिए कहा। इसके बाद बाइडन ने हार मान ली और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का समर्थन किया।
चुनाव प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर हमलावर
बुधवार को बाइडेन और ट्रंप का मुलाकात दोनों नेताओं द्वारा वर्षों से एक-दूसरे की की जा रही आलोचना के बिल्कुल विपरीत था। चुनाव प्रचार के दौरान 81 वर्षीय बाइडेन ने ट्रंप को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया, जबकि 78 वर्षीय ट्रंप ने बाइडेन को अयोग्य बताया। प्रथम महिला जिल बाइडेन ने अपने पति के साथ मिलकर ट्रंप को उनकी जीत पर बधाई दी। द हिल के अनुसार, उन्होंने उन्हें पूर्व प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप को संबोधित एक बधाई पत्र सौंपा।
2020 के राष्ट्रपति चुनाव में बाइडन ने ट्रंप को हरा दिया था, उसके बाद हालात तनावपूर्ण बन गए थे और ट्रंप ने चुनाव में गड़बड़ी होने का आरोप लगाते हुए बाइडन को जीत की बधाई नहीं दी थी। उसी दौरान ट्रंप समर्थकों ने अमेरिकी संसद पर हमला कर उस पर कब्जा कर लिया था।
पार्टी के सांसदों से मिले ट्रंप
वाशिंगटन दौरे में बुधवार को निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रतिनिधि सभा में चुनाव जीतकर आए अपनी रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों से भी मिले। उन्होंने सदन में पार्टी की स्थिति पर संतोष जताया। कहा, जीत हमेशा अच्छी होती है। इस दौरान ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के तीसरे कार्यकाल में भी कार्य करने की इच्छा जताई।