लोकतंत्र पर महाबैठक करेंगे जो बाइडेन, भारत को न्योता, पाकिस्तान के दोनों दोस्त लिस्ट से बाहर
वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति ने विश्व में लोकतंत्र की मजबूती के लिए महाबैठक आयोजित करने का फैसला किया है, जिसमें शामिल होने के लिए 110 देशों को न्योता भेजा गया है, जिसमें भारत भी शामिल है और सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति जो बाइडेन की इस बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल हो सकते हैं। बाइडेन ने बुलाई बैठक बाइडेन ने बुलाई बैठक दुनिया में लोकतंत्र को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा बुलाई गई इस बैठक में 110 देशों को आमंत्रित किया गया। 9 और 10 दिसंबर को होने वाली ये बैठक वर्चुअल होगी। हालांकि, सबसे दिलचस्प बात ये है कि, लोकतंत्र पर आधारित इस बैठक में कम्युनिस्टों द्वारा शासित देश चीन को न्योता नहीं भेजा गया है। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट ने बैठक से संबंधित लिस्ट को प्रकाशित किया है, जसमें उन सभी देशों को शामिल किया गया है, जिनके यहां लोकतांत्रिक व्यवस्था है। चूंकी भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, लिहाजा भारत को प्रमुखता से इस बैठक में शामिल होने का न्योता भेजा गया है। भारत के साथ साथ सभी यूरोपीयन देश राष्ट्रपति बाइडेन की इस बैठक में शामिल होंगे।
पाकिस्तान के दोनों दोस्त बाहर पाकिस्तान के दोनों दोस्त बाहर राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा बुलाई गई लोकतंत्र पर आधारित इस बैठक में पाकिस्तान को भी शामिल किया गया है। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर जो लिस्ट पोस्ट किया गया है, उसमें पाकिस्तान का भी नाम है, लेकिन पाकिस्तान के दोनों दोस्त चीन और तुर्की को इस लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। वहीं, अमेरिका की इस लिस्ट में रूस को भी शामिल नहीं किया गया है। सबसे खास बात ये है कि, ताइवान को अमेरिका ने इस लिस्ट में शामिल किया है, जिसके बाद आशंका इस बात को लेकर है, कि अमेरिका और चीन के बीच ताइवान को लेकर मतभेद और ज्यादा बढ़ सकता है। जबकि, तुर्की को इस लिस्ट में शामिल नहीं करना आश्चर्यजनक है, क्योंकि तुर्की ही एकमात्र मुस्लिम बाहुल्य देश है, जो इस्लामिक नहीं है।
बाइडेन करेंगे इमरान से बात?
बाइडेन करेंगे इमरान से बात? लोकतंत्र को लेकर अमेरिका ने जो बैठक बुलाई है, उसमें अमेरिकि ने अपने तमाम सहयोगी देशों को आमंत्रित किया है। वहीं इस लिस्ट में तमाम पश्चिमी देशों को शामिल किया गया है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान, इराक और साउथ एशियन देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका को भी अमेरिका ने इस लिस्ट से बाहर रखा है। वहीं, सवाल ये उठ रहे हैं कि, क्या राष्ट्रपति जो बाइडेन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बात करेंगे?
बाइडेन को राष्ट्रपति का पद संभाले हुए 10 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है, लेकिन अभी तक बाइडेन ने इमरान खान को फोन नहीं किया है, लेकिन लोकतत्र को लेकर होने वाली बैठक में पाकिस्तान को न्योता दिया गया है, लिहाजा अगर इमरान खान इस बैठक में शामिल होते हैं, तो इस बात की संभावना बन सकती है कि, कि राष्ट्रपति बाइडेन इमरान खान से बैठक के दौरान बात करें।