नई दिल्ली/जयपुर । राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को घेरने और राज्य में पार्टी को एकजुट कर पुरजोर तरीके से चुनावी तैयारियों को लेकर शुक्रवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजस्थान भाजपा कोर कमेटी के नेताओं के साथ बड़ी बैठक की।
राजस्थान को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में बुलाई गई इस महत्वपूर्ण और बड़ी बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, विधान सभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया,प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश संगठन महासचिव चंद्रशेखर, ओम प्रकाश माथुर , प्रदेश सह प्रभारी विजया रहाटकर और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित प्रदेश कोर कमेटी के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित राजस्थान दौरे की तैयारियों के साथ-साथ गहलोत सरकार की चौथी वर्षगांठ पर कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए आक्रोश रैली की रूप-रेखा और रणनीति पर भी चर्चा की गई। बैठक में एक बार फिर पार्टी आलाकमान की तरफ से राज्य के सभी नेताओं को आपसी गुटबाजी दूर कर एक साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार को घेरने और पार्टी की चुनावी रणनीति को जमीन पर उतारने की भी हिदायत दी गई।
कोर कमेटी की बैठक खत्म होने के बाद जेपी नड्डा ने वरिष्ठ नेताओं के साथ अलग से बैठक की। जेपी नड्डा, अमित शाह और राजस्थान भाजपा कोर कमेटी के ज्यादातर सदस्यों के भाजपा मुख्यालय से रवाना हो जाने के बाद प्रदेश प्रभारी, प्रदेश सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश संगठन महासचिव और अन्य कई नेताओं की अलग से एक तीसरी बैठक भी हुई। इस बैठक में कोर कमेटी में लिए गए फैसलों के क्रियान्वयन और आगामी रणनीति को लेकर चर्चा की गई।
दरअसल, यह माना जा रहा है कि मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के बाद, कांग्रेस राजस्थान को लेकर बड़ा फैसला कर सकती है। कांग्रेस आलाकमान का फैसला अशोक गहलोत के पक्ष में हो या सचिन पायलट के पक्ष में , दोनों ही सूरतों में राजस्थान कांग्रेस में घमासान मचना तय माना जा रहा है ऐसे में भाजपा अपनी तैयारियों को लेकर कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है।