तिरुपति : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को तिरुमाला में श्री वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना कर आंध्र प्रदेश के अपने एक दिवसीय दौरे की शुरुआत की। जेपी नड्डा के साथ राज्य के भाजपा नेता भी पहाड़ी मंदिर गए थे। बाद में, उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा उन्होंने समाज की भलाई के लिए प्रार्थना की। शाम को एक जनसभा को संबोधित करने से पहले वह श्रीकालहस्ती मंदिर भी जाएंगे। नड्डा के दौरे को भाजपा को जनता तक पहुंचने और आंध्र प्रदेश में पैर जमाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, नड्डा के दौरे के एक दिन बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के दौरे पर आएंगे और रविवार को विशाखापट्टनम में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। दिल्ली में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के साथ हाल ही में मुलाकात के बाद नड्डा की आंध्र प्रदेश की यह पहली यात्रा है।
नायडू ने 3 जून को शाह और नड्डा से मुलाकात की और उन्होंने कथित तौर पर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों में विधानसभा चुनावों के लिए टीडीपी-जेएसपी-भाजपा गठबंधन पर चर्चा की। आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर 2018 में टीडीपी द्वारा भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए से बाहर निकलने के बाद नायडू की शाह के साथ यह पहली मुलाकात भी थी। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर 2023 में होने हैं, जबकि आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ होगा।
भगवा पार्टी की सहयोगी जन सेना पार्टी (जेएसपी) के नेता पवन कल्याण आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) को हराने के लिए भाजपा नेतृत्व से एक बड़ा विपक्षी गठबंधन सुनिश्चित करने का आग्रह कर रहे हैं।
हालांकि, भाजपा ने पवन कल्याण को तिरुपति और विशाखापट्टनम में जनसभाओं के लिए आमंत्रित नहीं किया है। भाजपा ने आंध्र प्रदेश में 2019 का विधानसभा और लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ा था, लेकिन उसे कोई फायदा नहीं हो सका।