अन्तर्राष्ट्रीय

जस्टिन ट्रूडो की एक बार फिर हुई इंटरनेशनल बेइज्जती, जमैका में खराब हुआ कनाडाई PM का उड़ता ताज महल

नई दिल्ली: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को बार-बार फजीहत का सामना करना पड़ा रहा है। बीते चार महीने में ये दूसरी बार है जब उनका विमान विदेशी धरती पर खराब हो गया। पिछले साल सितंबर में G20 के दौरान ट्रूडो का विमान भारत में खराब हो गया था जिसकी वजह से कनाडा के पीएम को दो दिन ज्यादा भारत में रहना पड़ा था।

छुट्टी से लौट रहे थे ट्रूडो
दरअसल, कनाडाई प्रधानमंत्री 26 दिसंबर को फैमिली के साथ छुट्टी मनाने के लिए जमैका गए हुए थे, वहां वह अपने परिवार के साथ एक रिसोर्ट में रुके थे लेकिन गुरुवार को जब वह वापस आ रहे थे तब उनका विमान खराब हो गया, इस वजह से उन्हें एक दिन तक जमैका में ही रुकना पड़ा। इस विमान के जरिए ही जस्टिन ट्रूडो को 4 जनवरी को लौटना था। सीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक जस्टिन ट्रूडो जमैका में फंस गए तो उन्‍हें वापस लाने के लिए एक और विमान को रवाना करना पड़ा। विमान में आई इस खराबी का 2 जनवरी को जांच के दौरान पता लगा था। इसके बाद कनाडा की वायुसेना को अपने विमान को जस्टिन ट्रूडो को लाने के लिए भेजना पड़ा। उनके विमान को ‘उड़ता ताजमहल’ नाम दिया गया है।

कनाडा की एयरफोर्स ने भेजे दो विमान
कनाडा के रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्‍ता ने कहा, ‘हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि रॉयल कनाडियन एयर फोर्स के दो सीसी 144 चैलेंजर विमान जमैका भेजे गए हैं ताकि प्रधानमंत्री ट्रू्डो को वापस लाने में मदद की जा सके। भारत के बाद ऐसा दूसरी बार है जब कनाडा के पीएम के सरकारी विमान में खराबी आ गई और उन्‍हें वापस लाने के लिए सेना के विमान को भेजना पड़ा है। कनाडा के पीएम एयरबस के विमान से चलते हैं। दिल्‍ली यात्रा के दौरान इसमें आई खराबी की वजह से ट्रूडो को 36 घंटे तक दिल्‍ली में रुकना पड़ा था।

इससे उनकी दुनियाभर में जमकर किरकिरी हुई थी। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक जमैका में जांच टीम ने मंगलवार को इस खामी के बारे में पता लगा लिया। इसके ठीक बाद ट्रू्डो वापस कनाडा के लिए रवाना होने वाले थे। इसके बाद खराब विमान को इंजीनियरों ने ठीक किया तब जाकर जस्टिन ट्रूडो अपने विमान से कनाडा वापस लौट पाए।

कितना पुराना है ट्रूडो का विमान?
ट्रूडो का मौजूदा विमान 36 साल पुराना है। अक्टूबर 2016 में यह उड़ान भरने के आधे घंटे बाद ओटावा (कनाडा की राजधानी) लौट आया. ट्रूडो उस समय बेल्जियम की यात्रा पर थे।

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