सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्मफेयर जीतने वाली पहली अभिनेत्री बनीं काजोल
मुम्बई : बॉलीवुड की 50 से अधिक फिल्मों में अपने संजीदा अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाली काजोल सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्म फेयर पुरस्कार जीतने वाली पहली अभिनेत्री हैं। काजोल ने अपने सिने करियर के दौरान कई फिल्मों में अपने दमदार अभिनय से कई पुरस्कार अपने नाम किये। रोचक बात है कि काजोल को फिल्म ‘गुप्त’ में उनके नेगेटिव अभिनय के लिये सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्म फेयर पुरस्कार मिला था। वर्ष 1997 में काजोल को निर्माता- निर्देशक राजीव राय की फिल्म ‘गुप्त’ में काम करने का अवसर मिला।
फिल्म में काजोल का किरदार ग्रे शेडस लिये हुये था। फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये वह सर्वश्रेष्ठ खलनायक के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित की गईं। फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास का पहला मौका था जब किसी अभिनेत्री को सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया था। इसके बाद वर्ष 2005 में फिल्म ऐतराज के लिये प्रियंका चोपड़ा को सर्वश्रेष्ठ खलनायक का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। इसके बाद से किसी अभिनेत्री को यह पुरस्कार नहीं दिया गया है।
काजोल ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का सर्वाधिक फिल्मफेयर अवार्ड भी हासिल किया है। काजोल ने अपने सिने करियर के दौरान पांच बार सवश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुररस्कार हासिल किया है। काजोल की मौसी और अभिनेत्री नूतन ने भी पांच बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्प फेयर पुरस्कार हासिल किया है। काजोल ने दिलवाले दुल्हनियां ले जायेंगे, कुछ कुछ होता है, कभी खुशी कभी गम, फना और माई नेम इर्ज खान के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फेयर पुरस्कार जीता है।
5 अगस्त 1974 को मुंबई में जन्मी काजोल को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनके पिता सोमु मुखर्जी निर्माता जबकि मां तनुजा जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री थी। काजोल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा संत जोसेफ कान्वेंट पंचगनी से की। इसके बाद उन्होंने बतौर अभिनेत्री अपने सिने करियर की शुरूआत वर्ष 1992 में प्रदर्शित फिल्म बेखुदी से की। वर्ष 1993 में अब्बास-मुस्तान की फिल्म बाजीगर काजोल के करियर की पहली सुपरहिट साबित हुयी। इस फिल्म में काजोल ने शाहरूख खान के अपोजिट काम किया।