कमलनाथ ने खोला मंत्री भूपेन्द्र सिंह का सरकारी घर बचाने का राज
भोपाल : मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मंत्री भूपेन्द्र सिंह के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में उनके परिवार को प्रताडि़त करने के आरोप लगाए थे। कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने भूपेन्द्र सिंह का बंगला सुरक्षित रखने के लिए उसे नकुलनाथ के नाम कर दिया था। कमलनाथ ने कहा कि भूपेन्द्र सिंह का घर तक मैंने नहीं लिया। उनका घर सुरक्षित रखने के लिए मैंने उसे नकुल के नाम पर कर दिया। सब मंत्री मेरे पीछे पड़े थे कि ये घर चाहिए। वो घर उनके पास रहे इसलिए मैंने उसे नकुल नाथ के नाम कर दिया था। उन्होंने रिक्वेस्ट की थी कि मेरा बेटा यहां पढ़ रहा है, घर मेरे पास रहने दीजिए। मैंने नकुल नाथ के नाम पर करा कर खाली नहीं कराया था। उन्होंने कहा कि मेरे बच्चे पढ़ रहे हैं। अभी यहां से मत हटाइए। मैंने सोचा ये मानवता की बात है, बच्चे पढ़ रहे हैं। मैंने उनके ऊपर कोई अहसान नहीं कर रहा था। उनकी मांग भी गलत नहीं थी। सही बात उन्होंने बताई तो क्योंकि मेरे अपने लोग जो प्रेशराइज कर रहे थे, उनसे सुरक्षित रहे इसलिए उसे नकुल के नाम कर दिया।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के विधायकों, सांसद, पूर्व मंत्रियों सहित तमाम वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। इसमें पीसीसी चीफ कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सहित कई सीनियर लीडर्स शामिल हुए। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से चर्चा कर मंत्री भूपेन्द्र सिंह के क्षेत्र खुरई सहित प्रदेश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज हो रहे मामलों को लेकर गंभीर आरोप लगाए।
कमलनाथ ने कहा कि पूरा प्रदेश गवाह है कि कांग्रेस के कार्यकाल में हमने कभी ऐसी राजनीति नहीं की। मेरे पास कई शिकायतें आतीं थीं। पिछले मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री तक की। आप लोगों को अभी ई- टेंडरिंग, हनीट्रेप की पूरी सच्चाई नहीं पता। मैं नहीं चाहता था कि हमारे प्रदेश की बदनामी हो। इस प्रकार की राजनीति के बजाए विकास के काम कीजिए। वे आयोग बना दें कि 2018 से अब तक कौन प्रताडि़त हुआ।
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाए कि एमपी में भाजपा सरकार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का उत्पीडऩ कर उन्हें परेशान कर रही है। झूठे केस लगाए जा रहे हैं, मकान तोड़े जा रहे हैं। उनकी जमीनों पर कब्जा किया जा रहा है। कमलनाथ ने इस उत्पीडन को लेकर कमेटी बनाई थी। मुझे उस समिति का अध्यक्ष बनाया था। उसमें दतिया, टीकमगढ़ और सागर के बारे में बताया था। हमारे पास खुरई, सुरखी और रहली से शिकायत आई थीं। मुझे कमलनाथ जी ने सागर जाने के निर्देश दिए थे। छह वकीलों की समिति के साथ मैं सागर जिले के दौरे पर गया था। वकीलों की समिति ने कुछ सुझाव दिए हैं कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरण बनाए गए हैं। उन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की अदालत में हम निशुल्क लड़ाई लड़ेंगे और कांग्रेस के हर कार्यकर्ता के साथ पूरी पार्टी खड़ी है।