भोपाल। आपकी पार्टी कितनी सीटें पर जीत हासिल करेगी? अक्सर जब नेताओं से यह सवाल किया जाता है तो उनका जवाब होता है सभी सीटों पर। कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए राजनीतिक दल अधिक से अधिक सीटों पर जीत का लक्ष्य रखते हैं या फिर जीत का दावा करते हैं। ऐसा ही सवाल जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) से किया गया तो उन्होंने जो जवाब दिया, उससे कई और नए प्रश्न पैदा हो गए।
कमलनाथ से जब पूछा गया कि कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश में लोकसभा की कितनी सीटें जीतने जा रही है तो उन्होंने जो जवाब दिया उसका अर्थ तो यही निकलता है कि मध्य प्रदेश में भाजपा (BJP) ही अधिकतर सीटें जीतने जा रही है। कमलनाथ ने अपने आकलन में कांग्रेस की आधी से कम सीटों पर जीत की भविष्यवाणी की है। मध्य प्रदेश में लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं। अभी भाजपा के पास 28 और कांग्रेस के पास एक सीट है।
कमलनाथ से पूछा गया था कि कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में कितनी सीटें जीत सकती है? पूर्व सीएम ने कहा, ‘देखिए मैं सोचता हूं कि हमारी कम से कम 12-13 सीटें आनी चाहिए। मैंने भी कई जगह बात की है। पहले में दौरा करता ही था, अभी भी करूंगा।’ भाजपा की ओर से इस बार सभी 29 सीट जीतने का दावा किया जा रहा है। इस ओर इशारा करते हुए कमलनाथ ने कहा, ‘यह जो हवावाजी है, यह जो महौल बनाने की बात यह हर राजनीतिक दल करती है। बीजेपी इसमें माहिर है कि माहौल बनाओ।’ लेकिन सवाल उठता है कि यदि भाजपा काडर और जनता के बीच महौल बनाकर अधिक सीटें जीत लेती है तो ऐसा कांग्रेस क्यों नहीं करती? अभी इसे कमलनाथ की साफगोई कहें या विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद टूटा हौसला, लेकिन कांग्रेस नेता ने मान लिया है कि भाजपा को बढ़त हासिल है।
कमलनाथ ने साफ किया कि वह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं। लगे हाथ यह भी कहा कि उनके बेटे नकुलनाथ चुनाव लड़ने जा रहे हैं। भाजपा में जाने को लेकर चलीं अटकलों पर कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने अपने मुंह से कुछ नहीं कहा था। कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने अपनी जवानी छिंदवाड़ा के नाम की और आज इसकी पहचान है।