पटना : तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव के पटना दौरे पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील मोदी ने निशाना साधा है। सिंह ने कहा कि कहा कि केसीआर नीतीश कुमार को सिर तन से जुदा कार्यक्रम कैसे चलता है, यह सिखाने आए थे। वहीं, सुशील मोदी ने कहा, केसीआर व नीतीश कुमार दिवास्वप्न देख रहे हैं।
भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री ने नीतीश व केसीआर पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। इसमें उन्होंने तंज किया ‘केसीआर नीतीश जी को यह सिखाने के लिए बिहार आए थे कि बिहार को पीएफआई युक्त और हिंदू मुक्त कैसे बनाया जाए, जैसे तेलंगाना और हैदराबाद में ‘सर तन से जुदा’ का कार्यक्रम चल रहा है।’
भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा, ‘ये नेता दिन में सपने देख रहे हैं। केसीआर को 2023 के चुनावों में तेलंगाना में अपनी सीएम सीट बचाना की कोशिश करना चाहिए। 2024 तक न तो केसीआर और न ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री रहेंगे। जिनकी खुद की सीटें सुरक्षित नहीं हैं वे पीएम बनने का सपना देख रहे हैं।’ बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केसीआर ने नीतीश कुमार को पीएम उम्मीदवार के रूप में स्वीकार नहीं किया। इतना ही नहीं उन्होंने सीधे तौर पर नीतीश की पीएम दावेदारी से इनकार कर दिया है।
बता दें, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पटना में मुलाकात की। मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता के दौरान दोनों ने लगभग 50 मिनट तक सवालों के जवाब दिए लेकिन जैसे ही पत्रकारों ने पीएम उम्मीदवारी पर सवाल करना शुरू किया वैसे ही सीएम नीतीश कुमार सीट से उठने लगे। इसके बाद केसीआर ने कहा कि नीतीश जी बैठिए न.. लेकिन नीतीश बैठने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे ऐसे में केसीआर ने उनका हाथ पकड़ लिया और बैठाने की कोशिश की। फिर नीतीश बैठ गए लेकिन सवालों को टालते रहे। केसीआर जब बैठने के लिए ज्यादा जिद करने लगे तो नीतीश कुमार ने कहा, ‘अरे इनके चक्कर में मत पड़िए, 50 मिनट तो दे दिए। फिर वहां जोर से ठहाके लगने लगे।’
दरअसल, पत्रकारों ने जब तेलंगाना के सीएम केसीआर से सवाल पूछा कि क्या 2024 में विपक्ष का नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे? क्या नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार होंगे? फिर क्या था सवाल सुनते ही सीएम नीतीश असहज हो गए और सीट से उठ खड़े हुए। इससे कुछ देर तक सभी हैरान रह गए। केसीआर बैठने के लिए बोलते रहे और नीतीश कुमार थे कि बैठने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे। इस दौरान केसीआर कभी नीतीश कुमार का हाथ, तो कभी उनका कुर्ता पकड़ कर खींच कर उन्हें बिठाने की कोशिश करते रहे, लेकिन नीतीश कुमार बैठने को तैयार नहीं हुए।