तिरुवनंतपुरम : केरल सरकार के जीएसटी विभाग ने गुरुवार को एक आरटीआई सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। जिसमें पूछा गया कि क्या मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी वीना विजयन के स्वामित्व वाली आईटी फर्म एक्सलॉजिक ने कोच्चि स्थित खनन कंपनी को सेवाएं प्रदान करने के लिए प्राप्त भुगतान पर जीएसटी का भुगतान किया है।
पिछले कुछ महीनों से यह मुद्दा विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगह गरमाया हुआ है, जब एक मीडिया रिपोर्ट में आयकर विभाग के एक अधिकारी के हवाले से दावा किया गया था कि वीना की कंपनी को खनन कंपनी सीएमआरएल से 1.72 करोड़ रुपये मिले थे। वीना विजयन के लिए परेशानी तब शुरू हुई जब पहली बार कांग्रेस विधायक बने मैथ्यू कुझालनाडेन ने यह मुद्दा उठाया।
उन्होंने सवाल किया कि क्या वीना विजयन को दान के रूप में पैसा मिला था क्योंकि न तो उन्होंने और न ही उनकी कंपनी ने सीएमआरएल के लिए कोई काम किया था। कांग्रेस नेता ने आगे बताया कि यह सिर्फ एक कंपनी से नहीं है बल्कि उनकी कंपनी ने अन्य कंपनियों से भी पैसा इकट्ठा किया है। इसके बाद कुझालनाडेन ने राज्य के वित्त मंत्री केएन. बालगोपाल को इस संबंध में एक पत्र सौंपा और उनसे उनकी आईटी फर्म द्वारा किए गए जीएसटी भुगतान पर गौर करने को कहा।
इस पत्र के आधार पर एक आरटीआई मांगी गई, जिसका जवाब इसे व्यक्तिगत विवरण बताकर देने से इनकार कर दिया गया। कुझालनाडेन ने इनकार को अजीब और पूरी तरह से गलत बताते हुए प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस मामले के सामने आने के बाद सभी विभागों का एक ही एजेंडा है और वह है एक खास परिवार के ‘गलत कामों’ पर पर्दा डालना। लेकिन यह लंबे समय तक जारी नहीं रहेगा क्योंकि जल्द ही कंकाल अलमारी से बाहर गिर जाएंगे।