कनाडा में खालिस्तानियों के हौसले बुलंद; फिर कराएंगे जनमत संग्रह
टोरंटो : कनाडा में खालिस्तान समर्थकों की भारत विरोधी हरकतें बढ़ती ही जा रही हैं, हाल ही में जी20 सम्मेलन के लिए भारत आए कनाडाई पीएम की खालिस्तानियों की वजह से कम फजीहत नहीं हुई। भारत में खरी-खरी सुनने के बाद उन्हें अपने देश में भी आलोचना झेलनी पड़ी। बावजूद इसके उनके रुख को देखते हुए खालिस्तानियों के हौसले बुलंद हैं। ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तान समर्थक कथित जनमत संग्रह के लिए दूसरे राउंड की वोटिंग करवाने वाले हैं।
गुरुवार को सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नून ने एक रिलीज जारी करके कहा कि जी20 के दैरान प्रधानमंत्री ट्रूडो ने कनाडाई सिखों का पक्ष लिया और कहा कि उन्हें शांतिपूर्ण ढंग से खालिस्तान की मांग करने का अधिकार है। बता दें कि जी20 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में पल रहे कट्टरपंथी खालिस्तानियों पर कड़ा रुख अपनाया था। बाद में मीडिया से बात करते हुए कि कनाडा में बाहर के लोग बड़ी संख्या में हैं। उन्हें बिना किसी दखल के अपने विचार को रखने का अधिकार होना चाहिए।
इसी बीच कंजरवेटिव पार्टी के नेता पोइलीवरे ने कहा कि जिस तरह के संगठित भारत की बात की जाती है वैसे ही संगठित कनाडा की भी होनी चाहिए। मुझे लगता है कि लोगों को असहमत होने का भी अधिकार होना चाहिए।
बता दें कि रविवार को सूरी में सिख फॉर जस्टिस प्रतिबंधित संगठन ने एक गुरुद्वारे में जनमत संग्रह के लिए वोटिंग करवाई ती। यह वही गुरुद्वारा है जिसका मुखिया हरदीप सिंह निज्जर हुआ करता था। निज्जर को कुछ अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी।
निज्जर की मौत के बाद खालिस्तान समर्थक भारत पर आरोप मढ़ने में लगे हैं। उनका कहना है कि भारतीय अधिकारियों ने ही निज्जर की हत्या करवाई है। इस मामले में आईएचआईटी की टीम जांच कर रही है, हालांकि हत्या के मामले में ना तो अभी तक किसी का नाम सामने आया है और ना ही किसी की गिरफ्तारी हुई है। खालिस्तानियों का कहना है कि कनाडा में लिबरल और कंजरवेटिव पार्टी के रुख से उनका उत्साह बढ़ा है।