खाटू श्यामजी मंदिर हादसा: अब मंदिर में नहीं होंगे VIP दर्शन, प्रबंधन कमेटी के खिलाफ मामला भी दर्ज
नई दिल्ली: बीते दिन राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम मंदिर में मची भगदड़ से 3 महिलाओं की हुई मौत को लेकर मंदिर प्रबंधन और सरकार दोनों ने VIP दर्शन कल्चर को बंद करने के साथ दर्शनार्थियों की भीड़ बढ़ने पर 24 घंटे मंदिर के पट्ट खोलने का निर्णय लिया है। घटना को लेकर मंगलवार दांतारामगढ़ तहसीलदार विपुल चौधरी, रींगस सी.ओ. सुरेंद्र सिंह, थाना प्रभारी सुभाष चंद्र यादव और ई.ओ. विशाल यादव की टीम ने खाटू मंदिर का दौरा कर घटना पुन: न घटे के लिए श्रद्धालुओं के लिए माकूल इंतजार रखने के निर्देश दिए।
खाटूश्यामजी मंदिर में भगदड़ की घटना के मामले में मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इस मंदिर में सोमवार को भगदड़ में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी और चार अन्य लोग घायल हो गये थे। पुलिस ने बताया कि स्थानीय नागरिक रामदेव सिंह खोखर ने सोमवार को खाटू श्याम जी थाने में मंदिर कमेटी के अध्यक्ष शंभू सिंह चौहान, सचिव श्याम सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष कालू सिंह तथा प्रताप सिंह चौहान, भवानी सिंह चौहान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ए (किसी की लापरवाही से किसी अन्य की मृत्यु) के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ता ने इस घटना के लिये आरोपियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि रात में बिना सुरक्षा सुनिश्चित किए मंदिर के दरवाजे बंद कर दिए गए और कुप्रबंधन के कारण सोमवार सुबह भगदड़ मच गई। सीकर जिले के प्रसिद्ध खाटू श्याम जी मंदिर के बाहर सोमवार तड़के भगदड़ मचने से तीन महिलाओं- शांति देवी, माया देवी और कृपा देवी (जयपुर) की मौत हो गई। यह भगदड़ तब घटी जब कतार में इंतजार कर रहे श्रद्धा्धालुओं ने मंदिर के पट खुलने पर प्रवेश द्वार में एक साथ तेजी से घुसने का प्रयास किया। इस घटना में चार अन्य घायल हो गए। राजस्थान और पड़ोसी राज्यों के हजारों लोग एकादशी के पावन पर्व पर प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे।