ब्रेकिंगराष्ट्रीय

बजट सत्र से पहले किरण रिजिजू ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, TMC ने शामिल होने से किया इन्कार

नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा के बाद यह पहला बजट सत्र है जो 22 जुलाई से शुरु होकर 12 अगस्त तक चलने वाला है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को संसद में केंद्रीय बजट पेश करेंगी। वहीं इस बार बजट सत्र से पहले केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू दोनों सदनों में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक करना चाहते है। आपको बता दें कि यह बैठक 11 बजे पार्लियामेंट हाउस के मुख्य समिति कक्ष में शुरु होगी ।

TMC इस बैठक में शामिल नहीं होगी
सत्र की शुरुआत से पहले सभी दलों के नेताओं की पारंपरिक बैठक में इस बार कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पहली बार भाग लेंगे। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस का कोई भी प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल नहीं हो पाएगा, क्योंकि पार्टी 21 जुलाई को शहीद दिवस के रूप में मनाती है। तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने किरण रिजिजू को पत्र लिखकर सूचित किया है कि उनकी पार्टी इस बैठक में भाग नहीं ले सकेगी। पत्र में उन्होंने लिखा है, “पिछले 30 वर्षों से 21 जुलाई को बंगाल में हमारे 13 साथियों की याद में ‘शहीद दिवस’ मनाया जाता है, जो 1993 में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए थे।”

तीसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा
उन्होंने यह भी कहा कि इस दिवस को मनाने के लिए सभी तृणमूल सांसद अपने गृह राज्य में होंगे, इसलिए कोई भी सांसद बैठक में शामिल नहीं हो सकेगा। 18वीं लोकसभा चुनाव में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने संसद में बहुमत प्राप्त किया था। इस प्रकार, इस सत्र में जो बजट प्रस्तुत किया जाएगा, वह उनके तीसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को सदन में केंद्रीय बजट पेश करेंगी, जिसके बाद दोनों सदनों में इस पर चर्चा होगी।

विपक्षी गठबंधन ‘ने NEET, महंगाई जैसे कई मुद्दे उठाए थे
18वीं लोकसभा के गठन के बाद पहले संसद सत्र में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने नीट विवाद, मणिपुर की स्थिति और महंगाई जैसे कई मुद्दे उठाए थे। नारेबाजी और शोरगुल के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही में रुकावट आई थी। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब के समय दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन भी हुए थे। लोकसभा में, प्रधानमंत्री के जवाब के दौरान विपक्षी सांसदों ने मणिपुर पर बयान देने की मांग करते हुए नारेबाजी की थी, वहीं अगर हम बात राज्यसभा की करे तो में विपक्ष ने वॉक आउट किया था।

Related Articles

Back to top button