राज्यराष्ट्रीय

कृषि कानूनों के विरोध में आज गाजीपुर में किसान करेंगे शक्ति प्रदर्शन, महापंचायत में होंगे शामिल

केंद्र सरकार की तरफ से 2020 में लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में आज किसान संगठन गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border ) पर पहुंच कर अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे. किसान संगठन (Farmers Union) एक बार फिर से कृषि कानूनों (Agricultural law) के विरोध में ट्रैक्टर रैली कर रहे हैं. शुक्रवार को किसान बड़ी संख्या में मेरठ (Meerut) के सिवाया टोल प्लाजा को पार करके गाजीपुर की तरफ बढ़े.

किसानों की यह ट्रैक्टर यात्रा गुरुवार को सहारनपुर के नांगल से शुरू हुई थी. किसानों ने अपने ट्रैक्टर और दूसरे वाहनों पर बाबा टिकैत और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिहं के फोटो लगा रखे थे. किसान दिनभर जय जवान जय किसा, बाबा टिकैत अमर रहे के नारे लगाते हुए आगे बढ़ते रहे.

किसानों ने किया महापंचायत का ऐलान

किसान संगठनों ने आज गाजीपुर में एक महापंचायत बैठक का ऐलान किया है और नांगल से निकले सभी किसान आज यहां इस महापंचायत बैठक में भाग लेने पहुंचेंगे. इसमें करीब 100 से अधिक ट्रैक्टरों के साथ किसान नेता अपनी बात रखने पहुंचेंगे.

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान शनिवार को विभिन्न राज्यों के राज्यपालों को ज्ञापन सौंपकर इन कानूनों को वापस लिये जाने की मांग करेंगे.

सोच समझकर फैसला लेंगे किसान

नरेश टिकैत ने मेरठ से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर के लिये किसान ट्रैक्टर रैली की शुरुआत करते हुए शुक्रवार को कहा कि किसान कृषि कानूनों को लेकर अपनी मांग माने जाने तक “घर वापसी” नहीं करेंगे और अब 2022 के चुनाव में भी सोच-समझ कर फैसला लेंगे.

उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के सात महीने पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को संबोधित ये ज्ञापन दिए जाएंगे. टिकैत ने यह घोषणा यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए की. यहां पर किसान करीब सात महीने से धरना दे रहे हैं और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से को बंद कर रखा है.

Related Articles

Back to top button