यूपी में जीका वायरस की दस्तक, कानपुर में मिला पहला मरीज, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
कानपुर: केरल के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी जीका वायरस ने दस्तक दे दी है। कानपुर में जीका वायरस का एक मरीज सामने आया है। सूचना मिले के बाद से ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। मरीज और उसके करीब रहे 22 लोगों, साथ ही इलाज कर रहे स्टाफ को आइसोलेट कर दिया गया है। इन सभी का सैंपल भी जांच के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजा गया है।
57 वर्षीय एमएम अली एयरफोर्स कर्मचारी हैं। डेंगू, बुखार के लक्षण पाए जाने पर उन्हें 19 अक्टूबर को सेवेन एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार ना आने पर उनके टेस्ट के लिए सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलाजी पुणे को भेजे गए थे। यहां टेस्ट होने के बाद शनिवार देर रात पता चला है कि मरीज जीका पॉजिटिव है। जीका वायरस की पुष्टि होने पर दिल्ली के विशेषज्ञों की टीम भी अस्पताल पहुंची। साथ ही मरीज के संपर्क में आने वालों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल, जीका संक्रमण की रोकथाम के लिए 10 टीमें गठित की गई हैं।
डीएम ने बुलाई बैठक, अधिकारियों को दिए निर्देश
उधर, कानपुर के डीएम विशाख जी ने एयरफोर्स अस्पताल, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, उर्सला, डफरिन, कांशीराम अस्पताल के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बैठक बुलाई। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मरीज से संबंधित स्थानों का निरीक्षण किया और रोग से बचाव के कदम उठाए गए। डीएम ने नगर निगम की टीम से फॉगिंग और मच्छर मारने की दवा का छिड़काव करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मरीज में जीका की पुष्टि हुई है। यह उत्तर प्रदेश का पहला मामला है। उन्होंने कहा कि रोकथाम के कदम उठाए जा रहे हैं। इसका वायरस कोरोना की तरह नहीं फैलता। यह डेंगू की तरह वेक्टर बोर्न है।