स्पोर्ट्स डेस्क : पूर्व भारतीय महेंद्र सिंह धोनी की वजह से इंटरनेशनल क्रिकेट में रनों और शतकों की झड़ी मारने वाले विराट कोहली का करियर बचा था. दरअसल चयनकर्ता विराट कोहली को भारतीय टीम से ड्रॉप करना चाहते थे..
वर्ष 2012 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब फॉर्म की वजह से चयनकर्ता विराट कोहली को भारतीय टीम से ड्रॉप करना चाहते थे, लेकिन धोनी ने विराट कोहली पर भरोसा दिखाया और उन्हें टीम से ड्रॉप नहीं होने दिया. पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने इस बात का खुलासा किया. सहवाग ने बोला कि 2012 में चयनकर्ताओं की चलती तो कोहली को भारत के लिए कभी टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिलता.
भारतीय चयनकर्ता ऑस्ट्रेलिया में कुछ खराब पारियों के बाद कोहली को ड्रॉप करना चाहते थे. पहले दो टेस्ट में कोहली ने केवल 10.75 की औसत से रन बनाये थे. सहवाग उस टीम के उपकप्तान थे व धोनी कप्तान थे. वीरेंद्र सहवाग ने बोला कि वर्ष 2012 में कप्तान धोनी और उन्होंने (सहवाग) ने मिलकर कोहली की जगह बचाई थी.
सहवाग ने बोला कि, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले तीसरे टेस्ट में चयनकर्ताओं ने विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को खिलाने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने और कप्तान धोनी ने मिलकर इस बात का फैसला किया कि वो कोहली को ही खिलाएंगे’. सहवाग ने आगे बोला कि, उस समय मैं टीम का उपकप्तान था और महेंद्र सिंह धोनी टीम की कप्तानी कर रहे थे, हम दोनों ने विराट कोहली को पर्थ टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल कराया और आगे जो हुआ वो इतिहास है.
उस मैच में कोहली ने पहली पारी में 44 और दूसरी पारी में 75 रन की पारी खेली. बताते चले कि विराट कोहली के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 शतक हैं.