करेले का नाम सुनते ही ज्यादातर लोग नाक-मुंह बिगाड़ने लगते हैं, क्योंकि यह टेस्ट में बेहद कड़वा होता है. लेकिन कई लोगों को इसकी सब्जी बहुत पसंद आती है, केवल हल्दी और नमक के साथ पका दिया गया हो या फिर मसालेदार सब्जी बनाई गई हो ये खाने में बड़ी स्वादिष्ट होती है. अब यह टेस्ट में भले ही कड़वा हो, लेकिन इसके लाभ अनेक हैं. इस लिए कई लोग करेले का जूस भी बड़े चाव से पी जाते हैं. यह कई बीमारियों को दूर भागने की क्षमता रखता है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर करेले को ‘गुणों की खान’ क्यों बोला जाता है.
बता दें की करेला एंटीवायरल और एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होता है. इसमें विटामिन-सी और विटामिन-ए भी मिलता हैं. विटामिन-सी हमारे बॉडी के रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी की इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है जबकि विटामिन-ए आंखों की रोशनी को जारी रखता है. इन्ही गुणों के कारण करेले को ‘गुणों की खान’ बोला जाता है.
करेले के उपयोग से शरीर के हर भाग को फिट रखा जा सकता है. यह दिल की धड़कनों के लिए भी गुणकारी है. सिर दर्द या सिर में भारीपन जैसी दिकक्तें को भी दूर करने में यह मददगार है. सही मात्रा में इसका उपयोग इन सभी दिक्कतों से निजात दिला सकता है. बता दें की मुंह के छाले से भी निजात दिला देता है करेला. मुंह में छाले होने की दिक्कत अक्सर पेट की गर्मी या फिर कब्ज के कारण होती है. ऐसे में हर रोज करेले का उपयोग इस समस्या से निजात दिला सकता है.