भारत में बहुत प्रकार की सब्जियां पाई जाती हैं।मगर लोग कई सब्जिंयो का लोग नाम तक नहीं जानते है। लेकिन उसमें से कई सब्जियां हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होती हैं। अधिकतर लोग इनके फायदे के बारे में भी नहीं जानते है।इसलिए ना इन सब्जियों की कोई किमत समझते है और ना ही इन सब्जियों का फायदा उठा पाते हैं, इस आज हम इस लेख में आपको कोहणा के फायदे के बारे में बताएंगे।
गाँवों में लोग इसे कद्दू या कोहणा के नाम से पुकारते है, अंग्रेजी भाषा में इसे Pumpkin कहा जाता है,इस सब्जि को हर राज्य में अलग अलग नामों से जानते हैं। दिल्ली, एनसीआर में इसे पेठा बोलते हैं जबकि कुछ लोग इसे सीताफल भी कहते हैं। कहा जाता है कि जब भगवान श्रीराम 14 वर्षों के लिए वन गए थे तो सीता माँ अधिकतर कद्दू की ही सब्जी बनाती थी और भगवान् श्री राम को यह सब्जी बहुत अधिक पसंद थी और इसे खाकर ही वह ऊर्जावान बने रहते थे, इसीलिए इसे सीताफल भी बोला जाता है. यह गोल और लम्बे आकार का होता है और इसके अंदर बीज होते हैं, सिर्फ सीड को छोड़कर पूरी बॉडी खाया जाता है।
इस सब्जी को खाने के फयदे
कोहणा में पोटैशियम और बीटा कैरोटीन अधिक मात्रा में पाया दाता है। बीटा कैरोटीन एक करोटेनॉइड है जो विटामिन A में बदल जाता है। जो आँखों के स्वास्थय के लिए बहुत जरूरी होता है, इसमें कुछ मिनरल्स – जैसे कैल्सियम और मैग्नीशियम भी होता है, साथ ही विटामिन, E, C और B भी पाया जाता है।
जैसा कि ऊपर लिखा गया है की कोहणा में आँखों के लिए जरूरी विटामिन A पाया जाता है। अच्छी त्वचा के लिए जरूरी विटामिन C और E होता है। हड्डियों के स्वास्थय के लिए जरूरी कैल्शियम भी होता है। यही नहीं इसमें विटामिन E होता है जिसमें रोगों से लड़ने और घावों को जल्दी भरने वाला एंटी-ऑक्सीडेंट मिलता है।साथ की त्वचा को रूखा होने से बचाकर शरीर को तरोताजा करता है।
लीवर के मरीजों के लिए फायदा करता है,कद्दू
कद्दू यानी कोहणा लीवर के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। यह सब्जी आसानी से पेट में पर जाती है, आसानी से पचकर यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है जिसकी वजह से बीमरियां शरीर से दूर रहती हैं लेकिन इसका पूरा फायदा लेने के लिए हप्ते में कम से 2 दिन इसका सेवन जरूर करना चाहिए। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि विटामिन A, E, C और बीटा-कैरोटिनॉइड से भरपूर होने की वजह से कद्दू कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में बहुत मदद करता है।