कोविड ने ली पति की जान, तो पत्नी ने लगा ली फांसी, बीमारी और डिप्रेशन के कारण अनाथ हुई दो बच्चियां
भोपाल। 34 साल की दीपा सक्सेना पति स्वर्गीय सुदेश सक्सेना लहारपुर, बागमुगलिया में रहती थी। उसकी दो बच्चियां है। मूलत: मंडीदीप की रहने वाली दीपा के पति सुदेश की इसी वर्ष कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी। पति की मौत के बाद दीपा ने दोनों बच्चियों को मायके में छोड़ दिया था। यहां दीपा फर्स्ट फ्लोर पर अकेली रह रही थी, जबकि ग्राउंड फ्लोर पर उसका देवर और सास रहती है।
एएसआई लाल बहादुर सिंह ने बताया कि ने बताया कि परिजनों ने दीपा की लाश शुक्रवार सुबह फांसी के फंदे पर लटकी देखी थी। उसकी मौत होने के कारण पड़ोसियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पड़ोसी मुकेश जाट की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दीपा का शव बरामद कर पीएम के लिए भेज दिया था। घटनास्थल का निरीक्षण करने पर पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस परिजन के प्राथमिक बयान में यह बात मानकर जांच कर रही है कि दीपा पति की मौत के बाद से दुखी थी।