बड़वानी, हरदा, सिवनी और जबलपुर जिलों में होंगे लाड़ली बहना और हितग्राही सम्मेलन
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना के संबंध में पूरे प्रदेश की बहनें जागरूक हो रही हैं। विभिन्न जिलों में हो रहे सम्मेलनों में बहनों की व्यापक भागीदारी देखने को मिल रही हैं। योजना के लिए पात्रता की जानकारी भी बहनों को मिल रही है। इसके फलस्वरूप आज दिनाँक तक योजना का लाभ लेने के लिए 83 लाख बहनों के प्रपत्र भरने का कार्य किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री चौहान ने आज समत्व भवन में हुई बैठक में आगामी 13 अप्रैल को बड़वानी जिले के निवाली में होने वाले लाड़ली बहना सम्मेलन की तैयारियों की जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा जिला कलेक्टर से प्राप्त की। सम्मेलन में लगभग 150 करोड़ रूपए की लागत के कार्यों का लोकार्पण भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना सम्मेलन के साथ विभिन्न विभागों के विकास कार्यों की प्रदर्शनी, श्रेष्ठ कार्य करने वालों का सम्मान, हितग्राहियों को हित लाभ वितरण, सीएम फैलो, जन सेवा मित्रों और पेसा मोबेलाइजर्स की भागीदारी से कार्यक्रम व्यवस्थित रूप से किया जाए। कलेक्टर बड़वानी ने बताया कि डॉ. चिन्मय पण्डया की उपस्थिति में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा इसी दिन जिले के सालीटांडा राजपुर में भी एक कार्यक्रम हो रहा है, जिसके साथ हितग्राही सम्मेलन की रचना की गई है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान जनजातीय नायकों के साथ ही जनजातीय वर्ग के समाज-सुधारक स्व. डेमानिया बाबा को भी श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने आगामी 19 अप्रैल को हरदा जिले के टिमरनी में होने वाले हितग्राही सम्मेलन, भू-अधिकार योजना हितग्राहियों को लाभान्वित करने और विभिन्न कार्यों के लोकार्पण और भूमि-पूजन के संबंध में कलेक्टर हरदा से तैयारियों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने सम्मेलन स्थल पर विकास प्रदर्शनी लगाने के साथ ही अधिक से अधिक नागरिकों द्वारा प्रदर्शनी के अवलोकन की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने सिवनी जिले के केवलारी में 20 अप्रैल को होने वाले लाड़ली बहना सम्मेलन और इसी दिन जबलपुर के गैरीसन ग्राउण्ड में होने वाले हितग्राही सम्मेलन की तैयारियों संबंधी दोनों जिलों के कलेक्टर्स से चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।