लखीमपुर: पहले रेप, फिर गला दबाया…और ले जाकर पेड़ पर टांगी लाशें, पोस्टमार्टम में खुलासा
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में बुधवार को एक खेत में दो दलित नाबालिग किशोरियों के शव पेड़ से लटके मिले. इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. दोनों बहनों के शवों का पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है और अब रिपोर्ट भी सामने आ गई है. पोस्टमार्टम से खुलासा हुई है कि दोनों बहनों का पहले रेप किया गया और फिर उनका गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया गया. इसके बाद दरिंदों ने शवों को पेड़ से लटका दिया. पुलिस ने बताया है कि महिला डॉक्टर की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों के पैनल ने शवों का तीन घंटों तक पोस्टमार्टम किया.
बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करवाई गई है. अब दोनों बहनों के शव को भारी पुलिस व्यवस्था के साथ सरकारी वाहन से लखीमपुर खीरी के तमोलिन पुरवा गांव भेजा गया है. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी छोटू समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने पॉक्सो, रेप, हत्या समेत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. परिवार ने तीन लोगों पर बच्चियों का अपहरण कर रेप और फिर हत्या करने का आरोप लगाया था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम छोटू, जुनैद, सुहैल, आरिफ, करीमुद्दीन, हाफिजुरहमान हैं. ये सभी आपस में दोस्त हैं.
पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया, ”दुष्कर्म के बाद घटना को कुल 6 लोगों ने अंजाम दिया. आरोपी बहला-फुसलाकर बहनों को खेतों में लेकर गए थे. नामजद छोटू सहित सभी 6 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. एक अभियुक्त जुनैद की मुठभेड़ के बाद गिरफ्तारी हुई है. जुनैद के पैर में गोली लगी है. सभी पांच अभियुक्त लालपुर गांव के रहने वाले हैं. आरोपी पीड़ित परिवार से सिर्फ पांच किलोमीटर की दूरी पर रहते हैं. पोस्टमार्टम के बाद आगे की जानकारी दी जाएगी.” इस मामले को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने संज्ञान में लेते हुए कहा कि जांच के लिए अफसरों को लखीमपुर भेजा गया है.
पुलिस पर भड़के ग्रामीण
घटना के बाद से ही ग्रामीण खाफी गुस्से में है. ग्रामीणों ने कल रात शव कब्जे में लेने गई पुलिस टीम को घेर लिया. गांव वाले शव पुलिस को देना नहीं चाह रहे थे, पुलिस ने किसी तरह शवों को एम्बुलेंस के जरिए पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो एम्बुलेंस के पीछे ही गांव वाले निघासन चौराहे पर आ गए. गांव वालों ने यहां जमकर हंगामा किया और चौराहा जाम कर दिया. काफी देर पुलिस के समझाने के बाद गांव वाले माने और जाम खोला. घटना की गंभीरता को देखते हुए गांव से लेकर निघासन तक भारी फोर्स लगा दी गई है.