सड़क पर उतरे लाखों हिन्दू, लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण पर कानून बनाने की मांग
मुंबई: देश में लव जिहाद, लैंड जिहाद और अवैध धर्मांतरण की गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए कानून बनाने की माँग लम्बे समय से होती आ रही है। इन्हीं माँगों को लेकर हिंदू संगठनों ने मुंबई में विरोध प्रदर्शन किया है। इसमें, विश्व हिन्दू परिषद (VHP), बजरंग दल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भाजपा से जुड़े लोग शामिल हुए। दावा किया जा रहा है कि इस प्रदर्शन में एक लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। सामने आए वीडियो में भी प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ नज़र आ रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदू संगठनों ने यह विरोध प्रदर्शन रविवार (29 जनवरी) को दादर शिवाजी पार्क से कामगार स्टेडियम तक किया। लोगों की माँग है कि महाराष्ट्र समेत पूरे देश में लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाएँ। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण बंद हो, अवैध इस्लामी मजहबी स्थलों पर कार्रवाई की जाए और ‘लैंड जिहाद’ के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। इस प्रदर्शन में भाजपा नेता राम कदम, केशव उपाध्ये, नीतेश नारायण राणे, बालासाहेब शिवसेना के सदा सरवणकर समेत कई हिंदू नेता मौजूद रहे। इस प्रदर्शन की खास बात यह रही कि इसका नेतृत्व महिलाएँ कर रहीं थीं।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी भी की। उन्होंने, ‘जो हिंदू हित का काम करेगा, वही देश पर राज करेगा’, ‘गर्व से कहो हम हिंदू हैं’ जैसे नारे लगाए। इस प्रदर्शन के दौरान, बड़ी तादाद में पहुँच लोगों को संबोधित करते हुए भाजपा नेता राम कदम ने लव जिहाद और धर्मांतरण को देश के लिए घातक करार दिया। उन्होंने कहा है कि श्रद्धा वॉल्कर की नृशंस हत्या ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। हिंदुस्तान में ‘लव जिहाद’ के केस बढ़ रहे हैं।
राम कदम ने आगे कहा है कि श्रद्धा वाल्कर के क़त्ल के बाद भी कुछ ऐसी ही वारदातें सामने आई हैं। यही वजह है कि हिंदू एकजुट होकर’ लव जिहाद’ और धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाने की माँग उठा रहे हैं। इस प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता नीतेश राणे ने पूर्व की उद्धव ठाकरे सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विगत ढाई वर्षों में हिंदुओं के साथ बहुत अन्याय हुआ है। अब भाजपा सत्ता में आ चुकी है। सरकार ने धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी है। ‘लव जिहाद’ के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।