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मलेशिया में अवैध रूप से संचालित कैंपसाइट पर भूस्खलन, 18 लोगों की मौत, दर्जनों लापता

नई दिल्‍ली : मलेशिया में भूस्खलन से 18 लोगों की मौत (Death) हो गई और दर्जनों लोग लापता बताए जा रहे हैं. प्राकृतिक आपदा की यह घटना शुक्रवार (16 दिसंबर) को राजधानी कुआलालंपुर की सीमा से सटे सेलांगोर राज्य एक हिस्से में तड़के 3 बजे हुई. जानकारी के अनुसार भूस्खलन अवैध रूप से संचालित की जा रही एक कैंपसाइट पर आया.

अधिकारियों के मुताबिक, पहाड़ी का एक हिस्सा उसी खेत में जा गिरा, जो कैंपसाइट का संचालन कर रहा था. कैंपसाइट के संचालन के लिए लाइसेंस नहीं लिया गया था. टेंट में बच्चों-महिलाओं समेत लोग सो रहे थे. जीवित और दबे हुए लोगों को निकालने के लिए भूस्खलन जनित मलबे और गिरे हुए पेड़ों को हटाकर छानबीन की गई. इसके बाद आपदा का शिकार हुए लोगों की संख्या बताई गई. रिपोर्ट के मुताबिक, दमकल और बचाव विभाग ने बताया कि आपदा में जान गंवाने वालों में तीन बच्चे और 10 महिलाएं शामिल हैं.

कुआलालंपुर के उत्तर में बटांग काली में तकरीबन 50 किलोमीटर दूर, जेंटिंग हाइलैंड्स के लोकप्रिय पहाड़ी इलाके में यह आपदा हुई. यह इलाका खूबसूरत झरनों और रिजार्ट्स के साथ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है.

दमकल और बचाव विभाग के मुताबिक, पहाड़ी पर करीब 30 मीटर की ऊंचाई पर भूस्खलन हुआ और उसका मलबा लगभग एक एकड़ क्षेत्र में बिखर गया. मलेशिया के प्राकृतिक संसाधन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री निक नाजमी निक अहमद ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि करीब 4,50,000 घन मीटर मिट्टी वाली जगह ढह गई.

रिपोर्ट में बताया गया है कि मलेशिया की राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के मुताबिक, भूस्खलन में 94 लोग फंस गए थे लेकिन 61 सुरक्षित निकल आए और 15 लोग लापता हैं. स्वास्थ्य मंत्री जालिहा मुस्तफा ने बताया कि आठ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है जबकि अन्य को मामूली चोटें आई हैं.

जिला पुलिस प्रमुख सुफियान अब्दुल्ला ने बताया कि सभी मृतक मलेशियाई हैं, जिनमें पांच साल का एक बच्चा भी शामिल है. उन्होंने बताया कि बचाव अभियान में करीब 400 कर्मियों को लगाया गया.

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