दस्तक-विशेषस्वास्थ्य

एक यूनिट रक्तदान बचाये तीन मरीजों की जान

विश्व रक्तदान दिवस पर विशेष

(उमेश यादव/राम सरन मौर्य): प्रतिवर्ष 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है।इस दिन को मनाने के मुख्य उद्देश्य रक्तदान को बढ़ावा देना है।जिससे रक्त की आवश्यकता वाले मरीजों को पर्याप्त रक्त की उपलब्धता हो सके और उनकी जान को बचाया जा सके।बताया जाता है कि पहली बार विश्व रक्तदान दिवस साल 2004 में मनाया गया था।

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इस दिन को मनाने की शुरुआत सबसे पहले वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइज़ेशन (डब्ल्यूएचओ) ने की थी। इस वर्ष विश्व रक्तदान दिवस 2020 की थीम ‘सुरक्षि‍त रक्त, बचाए जीवन (सेफ ब्लड सेव्स लाइव्स) रखी गई है।

कई लोग स्वस्थ होते हुए भी रक्तदान करने से डरते हैं,जबकि रक्तदान महादान कहलाता है।

  1. एक औसत व्यक्ति के शरीर में 10 यूनिट यानी (5-6 लीटर) रक्त होता है।
  2. रक्तदान करते हुए डोनर के शरीर से केवल 1 यूनिट रक्त ही लिया जाता है।
  3. एक बार रक्तदान से आप 3 लोगों की जिंदगी बचा सकते हैं।
  4. ‘ओ पॉजिटव’ ब्लड ग्रुप यूनिवर्सल डोनर कहलाता है,इसे किसी भी ब्लड ग्रुप के व्यक्ति को दिया जा सकता है।जबकि एबी पॉजिटव सर्वग्राही कहलाता है।
  5. ब्लड डोनेशन की प्रक्रिया काफी सरल होती है और रक्तदाता को आमतौर पर इसमें कोई तकलीफ नहीं होती हैं।
  6. कोई स्वस्थ व्यक्ति 18 से 60 वर्ष की आयु तक रक्तदान कर सकता हैं।
  7. रक्तदाता का वजन, पल्स रेट, ब्लड प्रेशर, बॉडी टेम्परेचर आदि चीजों के सामान्य पाए जाने पर ही डॉक्टर्स या ब्लड डोनेशन टीम के सदस्य आपका ब्लड लेते हैं।
  8. पुरुष 3 महीने और महिलाएं 4 महीने के अंतराल में नियमित रक्तदान कर सकती हैं।
  9. यदि आप स्वस्थ हैं, आपको किसी प्रकार का बुखार या बीमारी नहीं हैं, तो आप रक्तदान कर सकते हैं।”

 “महान जीवविज्ञानी एवं चिकित्सक कार्ल लैंडस्टीनर के आज हम ऋणी हैं। जिन्होंने 1901 में ABO ब्लड ग्रुप की खोज की और ब्लड ग्रुप के वर्गीकरण का आधुनिक सिस्टम विकसित किया। सन 1937 में इन्होंने आरएच फैक्टर की भी खोज की। इस खोज के लिए लैंडस्टीनर को नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनका जन्म 14 जून 1868 को ऑस्ट्रिया में हुआ था।विश्व रक्त दिवस हर साल 14 जून को मनाया जाता है।डब्ल्यूएचओ द्वारा कार्ल लैंडस्टीनर के जन्म दिवस 14 जून को रक्त दान दिवस के रुप में घोषित किया गया है।

कोई भी स्वस्थ व्यक्ति 18 वर्ष से 60 वर्ष की आयु तक, जिसका वजन 45-50 किलोग्राम से अधिक हो रक्त दान कर सकता है।रक्त दाता को एचआईवी, हेपेटाइटिस-बी, हेपेटाइटिस-सी जैसी गंभीर बीमारी ना हो। कोई भी स्वस्थ व्यक्ति 3 माह में एक बार ब्लड डोनेट कर सकता है।इसके अपने कुछ फायदे भी होते हैं जैसे रक्त दान से खून कुछ हद तक पतला हो जाता है, जिससे खून का थक्का नहीं जमता और हार्टअटैक का खतरा कम हो जाता है।इसके अलावा शरीर में ज़्यादा आयरन होने से लीवर पर दबाव पड़ता है, रक्त दान से आयरन की मात्रा बैलेंस हो जाती है।

रक्त दान को लेकर आज भी समाज में अनेकों प्रकार की भ्रांतियां फैली हुई हैं, जैसे रक्त दान करने से कमजोरी आ जाती है, या शरीर बीमार हो जाता है, या रक्त दान करने से शरीर में उसकी भरपाई महीनों में होती है, जबकि सच ये है कि शरीर में खून बनने की प्रक्रिया लगातार चलती रहती है और कोई डोनर एक बार में जितना ब्लड डोनेट करता है उसकी भरपाई 24 घंटे में ही हो जाती है।

डॉ जावेद हसन बेग

विश्व रक्त दान दिवस का उद्देश्य ही है कि लोगों की तमाम भ्रांतियों को दूर करके उन्हें जागरूक किया जाए,साथ ही रक्त दान महादान है इसका प्रचार और प्रसार करते हुए आमजन को रक्त देने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाए।

डॉ जावेद हसन बेग
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र-देवा, बाराबंकी

रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है।रक्तदान करने के फायदे:

  1.  रक्तदान से हार्ट अटैक की संभावनाएं कम होती हैं, क्योंकि रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता, इससे खून कुछ मात्रा में पतला हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा टल जाता है।
  2. रक्तदान करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। इसीलिए हर साल कम से कम 2 बार रक्तदान करना चाहिए। 
  3. रक्तदान से शरीर में एनर्जी आती है,क्योंकि रक्तदान के बाद नए ब्लड सेल्स बनते हैं, जिससे शरीर में तंदरूस्ती आती है।
  4. रक्त डोनेट करने से लीवर से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलती है,शरीर में ज़्यादा आइरन की मात्रा लीवर पर दवाब डालती है और रक्तदान से आइरन की मात्रा बैलेंस हो जाती है।
  5. आइरन की मात्रा को बैलेंस करने से लीवर हेल्दी बनता है और कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है। 

रक्तदान करने से पहने रखें इन बातों का ध्यान:

लक्ष्मी श्रीवास्तव
  1. रक्तदान 18 साल की उम्र के बाद ही करें.
  2. रक्तदाता का वज़न 45 से 50 किलोग्राम से कम ना हो।
  3. रक्तदान करने के 24 घंटे पहले से ही शराब, धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन ना करें।
  4. खुद की मेडिकल जांच के बाद ही रक्तदान करें और डॉक्टर को सुनिश्चित करें कि आपको कोई बीमारी ना हो। 
  5. रक्तदान करने से पहले अच्छी नींद लें, तला-भुनाखाना और आइस क्रीम अवॉइड करें।
  6. शरीर में आइरन कि मात्रा भरपूर रखें। इसके लिए रक्तदान से पहले पौष्टिक चीजें भरपूर खाए।

लक्ष्मी श्रीवास्तव (लैब टेक्नीशियन)
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर मथुरा,सीतापुर

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