जम्मू: माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ के बाद जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने रविवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की। माता वैष्णो देवी श्राईन बोर्ड की हाई-लेवल मीटिंग के बाद मनोज सिन्हा ने वैष्णो देवी मंदिर में मची भगदड़ में जिन लोगों की मौत हुई है, उनके निकट परिजनों को 5 लाख रुपये अतिरिक्त मदद देने का ऐलान किया। इससे पहले भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया गया था।
हादसे के बाद ओवरऑल मृतकों के लिए 12 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान हुआ था। पीएमओ की तरफ से ट्वीट कर बताया गया है कि ‘भगदड़ में जान गंवाने वाले प्रत्येक शख्स के परिवार को PMNRF की तरफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।’ इस हादसे में कुल 12 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 16 लोग घायल हुए थे।
पीएम मोदी समेत कई राजनेताओं ने ट्वीट कर दुख जताया
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, उप-राष्ट्रपति वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बसपा प्रमुख मायावती, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कई अन्य राजनेताओं ने इस हादसे पर दुख जाहिर किया है।
श्रद्धालुओं का आरोप है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वहां कम संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। ऐसे में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारी भी मौके पर मौजूद नहीं थे। उनका कहना है कि प्रशासन ने भीड़ को मैनेज करने की भी कोई व्यवस्था नहीं की थी। ऐसे में वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने भीड़ को काबू करने के लिए धक्का-मुक्की की और सीटिंयां बजाईं। इसके बाद वहां भगदड़ मच गई। इस भागमभाग में कई लोग नीचे गिर गए और उनके ऊपर से भीड़ गुजरती रही। उनका यह भी कहना था घटना के 2 घंटे बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
भगदड़ की जांच के लिए बनी समिति
उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव (गृह) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है। जांच समिति में प्रधान सचिव (गृह) शालीन काबरा के अलावा एडीजीपी मुकेश सिंह और जम्मू के संभागीय आयुक्त राजीव लंगर को शामिल किया गया है। समिति को एक हफ्ते में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है।