आजीवन सजायाफ्ता बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
बाराबंकी: जिला कारागार में 11 वर्षो से अपने भाई के साथ आजीवन सजा काट रहे बंदी की बुधवार सुबह अचानक हुई मौत की खबर परिजनों को मिलते ही उनके परिवार में मातम सा छा गया। इधर जेल में भी अफरा तफरी मची! जिसके बाद जिला प्रशासन ने मौत को गंभीरता से लिया और नायब तहसीलदार की निगरानी में आगे की कार्यवाही शुरू की गयी। मिली जानकारी के अनुसार थाना जैदपुर क्षेत्र के हरख ग्राम निवासी रामकुमार वर्मा (63) पुत्र स्व. महेश प्रसाद सन 1980 के समय हुऐ ह्त्याकांड में दोषी पाये जाने पर हाईकोर्ट से दो केसो में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। उसके साथ उसका छोटा भाई मदनपाल भी था।
जेल अधीक्षक ने बताया की 2015 में बनारस सेन्ट्रल जेल से यहां लाया गया था उसकी शुगर और बीपी की दवा चलती थी। बीती रात सीने में दर्द के साथ उसकी तबियत बिगड़ने पर जेल अस्पताल के डॉ. ने इलाज किया और वह ठीक हो गया था। लेकिन बुधवार सुबह नौ बजे फिर से सीने में दर्द होने पर उसकी जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में मौत हो गयी! मृतक के दो बेटे है। बड़ा रोहित और छोटा छोटू जिला अस्पताल लाने वाले बंदी रक्षकों में अशोक यादव, रामभगत व अरुणेंद्र थे। मृतक का शव प्रशासन की देखरेख पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया।