फर्जी एनकाउंटर के मामले में पूर्व पुलिस अधिकारी को आजीवन कारावास
नई दिल्ली: मुंबई पुलिस में एनकाउंटर स्पैशलिस्ट के नाम से चर्चित रहे पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा को 18 साल पुराने एक फर्जी एनकाउंटर मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बॉम्बे हाईकोर्ट ने सजा सुनाते हुए प्रदीप शर्मा को तीन सप्ताह के अंदर सरेंडर करने को कहा है। महाराष्ट्र में किसी एनकाउंटर मामले में पहली बार कोई पुलिस अफसर दोषी पाया गया है।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने प्रदीप शर्मा को छोटा राजन गैंग के सदस्य रामनारायण गुप्ता उर्फ लखन भैया के फर्जी एनकाउंटर मामले में सजा के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट ने सजा सुनाते हुए कहा कि ये साबित हुआ है कि रामनारायण को पुलिस ने मारा था और ये एकदम साफ है कि इसे फर्जी एनकाउंटर का रंग दिया गया था। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा कि कानून के अभिभावकों को वर्दी में अपराधियों की हरकत करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। प्रदीप शर्मा को 25 साल की पुलिस सर्विस में 112 अपराधियों के एनकाउंटर के लिए जाना जाता है। अंडरवर्ल्ड से गठजोड़ के आरोप में उन्हें साल 2008 में पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। हालांकि साल 2017 में ट्रिब्यूनल ने उन्हें बहाल कर दिया।