59 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना, इन 12 जिलों में जमकर बरसेंगे बादल और बिजली गिरने का अलर्ट जारी

नई दिल्ली: यूपी में कमजोर पड़े मानसून के बीच मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र से प्रदेश में बारिश की संभावना बढ़ गई है। मौसम विभाग (IMD) ने 59 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और पूर्वांचल के 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मानसून क्यों कमजोर पड़ा?
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल उत्तर प्रदेश में मानसूनी प्रणाली की सक्रियता कम है, जिसके कारण बारिश रुक-रुक कर हो रही है। लेकिन बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के 25-26 जुलाई के बीच ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने से मानसून दोबारा मजबूत होगा। यह मौसम प्रणाली दक्षिण चीन सागर में बने चक्रवात विफा के अवशेषों से बनी है और 27 से 31 जुलाई के बीच बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है।
किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट?
प्रदेश के 59 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, पूर्वांचल के वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, मऊ, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने और बिजली गिरने की भी संभावना है, जिससे जलभराव और जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
लखनऊ में मौसम का हाल
राजधानी लखनऊ में अगले 48 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस
बारिश और बादल छाने से उमस और गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन सकती है।
किसानों और आम जनता के लिए सलाह
मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को नुकसान से बचाने के लिए उचित तैयारी करें।
निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि जलभराव और भूस्खलन की आशंका बढ़ सकती है।
तेज हवाओं और बिजली गिरने के दौरान सुरक्षित स्थान पर रहें।
प्रशासन भी अलर्ट
गंगा-यमुना और उनकी सहायक नदियां इस समय उफान पर हैं। प्रशासन ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी है। साथ ही बाढ़ चौकियों को सतर्क रहने और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कुल मिलाकर, अगले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश का दौर शुरू होगा और लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है।