पटना : केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को कहा कि नीतीश कुमार को बिहार में शराबबंदी वापस लेनी चाहिए, क्योंकि यह राज्य में हर जगह उपलब्ध है। पारस ने कहा, “मुख्यमंत्री, डीजीपी और मुख्य सचिव राज्य की राजधानी पटना में रह रहे हैं। वे शराब माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? राज्य सरकार की विफलता के कारण गरीब लोग इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। अधिकांश गरीब लोग सलाखों के पीछे हैं न कि वास्तविक माफिया।”
पारस ने अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र हाजीपुर में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, “राज्य सरकार के अधिकारी और खुद मुख्यमंत्री जानते हैं कि यहां शराबबंदी से संबंधित कानून पूरी तरह से फेल हो गया है। अगर शराबबंदी कानून का क्रियान्वयन और अमल सही नहीं है, तो वे वापस क्यों नहीं ले रहे हैं? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसका विश्लेषण करना चाहिए और कानून वापस लेना चाहिए।”
पारस ने सवाल किया, राज्य में शराब पीने वाले कौन हैं? राज्य सरकार को शराब माफियाओं की सूची जारी करनी चाहिए। सीएम नीतीश कुमार सार्वजनिक मंच से कहते हैं कि पटना में शराब की बिक्री सबसे ज्यादा है और लोग अपने घर में शराब पी रहे हैं। मुख्यमंत्री के पास पूरी नौकरशाही मशीनरी है, वे शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं?